नरेंद्र बंसी भारद्वाज
देश की सबसे छोटी और प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व रणथंभोर में आज-कल नन्हे शावक अपनी माँ के साथ सैलानियों का स्वागत अपनी अठखेलियों से करते नजर आ रहे है। जिससे यहाँ का माहौल खुशनुमा दिखाई पड़ रहा है।
फोटो : मुकेश भारद्वाज नेचर गाइड RNP
लेडी ऑफ़ बालास के नाम से जाने वाली बाघिन टी-8 हाल ही में रणथंभोर नेशनल पार्क के जोन नंबर छह में अपने तीन नन्हे शावको के साथ दिखाई दी। जिसके बाद रणथंभोर खुशियो से सरोबार हो गया है। पार्क के जोन नंबर छह में सारंग की पट्टी और दमदमा इलाके में अपनी टेरेटरी बना कर रहने वाली यह टी-8 बाघिन पर्यटको को लगातार पिछले दो-तीन दिनों से अपने बच्चो के साथ दीदार कराती दिख रही है है। जिससे यहाँ आने वाले पर्यटकों के चेहरों पर ख़ुशी साफ़ दिखाई पड़ रही है।
लेडी ऑफ़ बालास का रणथंभोर में बाघो के कुनबे को बढ़ाने में अहम् भूमिका रही है। इस बार अपनी तीन नन्हे शावको के साथ दिखाई दे रही बाघिन टी-8 इससे पहले भी दो बार बच्चे दे चुकी है। इसके पहली बार दिए दो बच्चे ( एक मेल और एक फीमेल) पार्क के जोन नंबर आठ और दस पर सैलानियों अपने दीदार करते दिखाई पड़ते है।
फोटो : मुकेश भारद्वाज नेचर गाइड RNP
नेचर गाइड मुकेश भारद्वाज ने बताया की आज सुबह की पारी की सफारी में पार्क के जोन नंबर छह पर दमदमा इलाके में लेडी ऑफ़ बालास पर्यटकों को अपने तीन शावको के साथ अठखेलियां करती नजर आयी। भारद्वाज ने बताया की बाघिन ने करीब पर्यटकों आधा घंटे तक दमदमा इलाके में अपने दीदार कराये। जिसके बाद टी -8 ऊपर जंगल में चली।