जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ के साथ शाम विधानसभा में हुई वार्ता के बाद सवाई मान सिंह चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित विभिन्न चिकित्सालयों के सभी संवर्गो के ठेकाकर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर कार्य पर लौटने का निर्णय लिया है।
सवाई मान सिंह चिकित्सा महाविद्यालय से संबंधित विभिन्न चिकित्सालयों के सभी संवर्गो के ठेकाकर्मियों के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री के सकारात्मक रवैये की सराहना की एवं तत्काल कार्य पर लौटने की सहमति व्यक्त की। इन प्रतिनिधियों ने अपराह्न चिकित्सा शिक्षा सचिव रोली सिंह से वार्ता की एवं अपनी विभिन्न मांगों पर सकारात्मक रवैये के बाद कार्य पर लौटने का निर्णय लिया गया।
सराफ ने एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रशासन को ठेकेदारों से ठेकाकर्मियों को निर्धारित पारिश्रमिक दिया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उनके निर्देश पर उप शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा भगवत सिंह, एसएमएस अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डा. जगदीश मोदी, डा. अजीत सिंह, डा. गिरीश चैहान एवं चिकित्सा शिक्षा, मेडिकल कॉलेज एवं एसएमएस अस्पताल के तीनों वित्तीय सलाहकारों की एक समिति गठित की गई है जिसे एक सप्ताह में अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है। दोषी पाये जाने वाले ठेकेदारों को ब्लेक लिस्ट किया जायेगा।
सवाई मान सिंह चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डा. यू.एस. अग्रवाल एवं अधीक्षक एसएमएस डा. मान प्रकाष शर्मा ने बताया कि ठेकाकर्मिकों के साथ हुई वार्ता में मेडिकल कॉलेज में विद्यमान स्थाई रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरने की कार्यवाही प्रारम्भ करने पर सहमति बनी है। ठेकाकर्मियों को न्यूनतम मानदेय को बढाने हेतु भी कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इन्हें न्यूनतम पारिश्रमिक से 25 प्रतिशत अधिक पारिश्रमिक दिया जा रहा है तथा अब इन्हें न्यूनतम पारिश्रमिक से 50 प्रतिशत अधिक देनेे हेतु कार्यवाही प्रारम्भ की जा रही है।
इस अवसर पर ठेकाकर्मियों के प्रतिनिधियों के साथ ही एसएमएस मेडिकल कॉलेज के वाईस प्रिंसिपल डा. दीपक माथुर एवं डा. एस.एस.शर्मा एवं राजस्थान नर्सेज एसोसियेशन के पदाधिकारी शशिकान्त शर्मा भी मौजूद थे। -(एजेंसी)