कोहिमा। बीजेपी की नागालैंड इकाई ने राज्य में भाजपा-नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) गठबंधन सरकार के बारे में प्रदेश कांग्रेस के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि विधान सभा चुनावों में करारी हार से वह बौखला गई है इसलिए अनाप-सनाप व्यक्तव्य दे रही है। बीजेपी के प्रवक्ता जे गोनमेई ने एक बयान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के थेरी के उस बयान की तीखी आलोचना कि जिसमें उन्होंने दावा किया कि राज्य में भाजपा-एनपीएफ गठबंधन सरकार बनने से नागा लोगों को खतरा है।
गोनमेई ने सवाल किया कि इसमें क्या तर्क है कि भाजपा चाहती है कि नागा लोग परेशान हो? नागाओं के विकास के लिए नेहरू और गांधी परिवार कहां थे? उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को याद दिलाया कि उनकी पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए बीजेपी के खिलाफ जी जान से दुष्प्रचार किया लेकिन कुछ भी काम नहीं आ सका और पार्टी औंधे मुंह गिर पड़ी।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चुनावों के दौरान वोट पाने के लिए धर्मनिरपेक्ष होने का दिखावा करती और इसके बाद उसका इसके उलट रूप होता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के प्रमुख नेता जगदीश टाईटलर, सज्जन कुमार और एचकेएल भगत के वर्ष 1984 के दंगों में नाम आया है और रिपोर्टो में वर्ष 1992-93 के मुंबई दंगों और वर्ष 2002 के गुजरात हिंसा और 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की संलिप्ता की बात कही गई है। बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के समय सबसे अधिक साम्प्रदायिक दंगे हुए हैं।