जयपुर। होली के पर्व पर शहर के बाजारों में रंग, गुलाल और पिचकारियों की बहार आई हुई है। बच्चें अभी से पिचकारियों से पानी उड़ेलने लगे हैं। शहर के प्रमुख बाजारों सहित गली मोहल्लों की दुकानों पर रंगों और पिचकारी की बिक्री शुरू हो गई है। इस बार दुकानदार हर्बल, खुशबूदार तथा थ्रीडी गुलाल को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। इस होली पर शहरवासियों का रुझान पक्के, कांच व चाइना के रंगों की बजाय आर्गेनिक कलर और शुद्ध गुलाल की ओर ज्यादा है।
बाजार में इन पिचकारियों की धूम :-
थाली को उलटा करते ही पानी की बौछार, छोटा भीम और कालिया की जोड़ी, मोदी की जादू भरी पिचकारियां बाजार में आई हैं। बच्चों के पसंदीदा डॉरेमोन टैंक और मोबाइल फोन भी पिचकारी में देखे जाएंगे। बाजार में गन पिचकारियां भी मौजूद हैं। इस बार रंगों के त्योहार के लिए थ्रीडी कलर आए हैं।
थ्रीडी कलर को चेहरे पर लगाने के बाद तीन कलर से चेहरा चमकेगा। इनका त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा। राजधानी में अब फाग के रंगों के साथ होली की गैर निकलनी शुरू हो गई है। चंग की थाप रात के बजाय अब दिन भी सुनाई दे रही है। वहीं शहर के प्रमुख मंदिरों में होली के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।