जयपुर। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सिंडिकेट बैंक के दो सहायक महाप्रबंधकों, दो मुख्य प्रबंधकों और छह अन्य लोगों के खिलाफ बैंक को 209 करोड़ रुपए के कथित नुकसान पहुंचाने के मामले में शनिवार को मुकदमा दर्ज किया है।
सीबीआई जयपुर के आर्टिकेट और वर्ल्ड ट्रेड पार्क के अनूप बरतरिया और अजमेर के पवित्र कोठारी के कार्यालय और मकान में तलाशी ले रही है।
सीबीआई सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने सिडिकेंट बैंक उदयपुर के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक ए. के. तिवाडी, मुख्य प्रबंधक संतोष गुप्ता, सिंडिकेट बैंक जयपुर के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक देशराज मीणा और मुख्य प्रबंधक आदर्श मनचंदा, उदयपुर के चाटर्ड एकाउंटेंट भारत बम्ब, चाटर्ड एकाउंटेंट के कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी विनित जैन, पीयूष जैन, जयपुर के बिल्डर्स शंकर लाल खंडेलवाल, वर्ल्ड ट्रेड पार्क के अनूप बरतिया, और चाटर्ड एकाउटेंट भरत बम्ब के साले पवित्र जैन के खिलाफ भादंस की धारा 420, 120बी, 467, 468, 471 और 13।, 132 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। सभी अभियुक्तों पर सिंडिकेट बैंक को 209 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
सूत्रों ने बताया कि अनूप बरतरिया के जयपुर स्थित कार्यालय व घर पर और पवित्र जैन के अजमेर स्थित कार्यालय व घर पर तलाशी चल रही है।
सीबीआई प्रवक्ता आरके गौड़ ने नई दिल्ली में कहा कि शिकायत में यह आरोप लगाया गया है कि उक्त आरोपियों ने आपराधिक षड्यंत्र के तहत एक दूसरे के साथ मिलकर सिंडिकेट बैंक के जयपुर और उदयपुर शाखा से फर्जी और नकली दस्तावेजों के आधार पर आवास ऋण लिए।
उन्होंने कहा कि सिंडिकेट बैंक द्वारा इन मामलों में दिए गए धन को आरोपियों ने अपने खातों में डाला और इस तरह बैंक को 209 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि जयपुर, अजमेर सहित आज चार स्थानों पर आरोपियों के आवासों और कार्यालयों की तलाशी चल रही है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अभियुक्त संतोष गुप्ता और भारत बम्ब सिंडिकेट बैंक को नुकसान पहुंचाने के दर्ज एक अन्य मामले में अभी न्यायिक हिरासत में है जबकि शंकर लाल खंडेलवाल को उच्च्तम न्यायालय ने स्वास्थ्य के आधार पर जमानत दे रखी है।