अजमेर। राजस्थान सरकार ऊंटनी के दूध को खाद्य अधिनियम में शामिल किया जायेगा ताकि ऊंट पालक ऊंटनी के दूध को डेयरी के जरिये बेच सकें।
राजस्थान पशुपालन कल्याण बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष गोवर्धन लाल टाईका ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। राईका कल रात पुष्कर स्थित समाज के राम-राईका मंदिर के दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने मंदिर के दर्शन कर प्रदेश व समाज की खुशहाली की कामना की, और मंदिर के महंत एवं राईका समाज के धर्मगुरू रघुनाथदास महाराज का अशीर्वाद लिया।
मौके पर उपस्थित पत्रकारों से बातचीत में गोवर्धन लाल राईका ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही ऊंटनी के दूध को खाद्य अधिनियम में शामिल करेगी। इसके चलते ऊंटपालक ऊंटनी का दूध, दूधडेयरी के माध्यम से बेच सकेंगे। साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड की तरह पशुपालकों को पशु क्रेडिट कार्ड जारी किये जायेंगे। ये कार्ड बीमा योजना के तहत जारी होंगे। इसमें पशुपालकों को पशुओं का बीमा करवाना अनिवार्य होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऊंटनी की संख्या बढ़ाने के लिए दस हजार रुपये की प्रोत्साहन योजना पहले ही शुरू की जा चुकी है। उन्होंने दावा किया कि प्रोत्साहन देकर अगले पुष्कर मेले में ऊंटों की आवक और बिक्री को बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि समूह में दूसरे प्रदेश जाने वाले भेड़पालकों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक डेरे के साथ एक सुरक्षा गार्ड एवं दो पुलिस जवान उपलब्ध कराने पर मंथन किया जा रहा है।
राईका ने राजस्थान से यूपी, गुजरात, पंजाब सहित अन्य राज्यों में पलायन करने वाले पशुपालकों को जंगलों में चराई के बदले वन विभाग द्वारा हर जगह अलग-अलग टैक्स वसूलने से छुटकारे के लिए जीएसटी की तर्ज पर प्रस्ताव लाया जायेगा ताकि पशुपालकों को एक बार ही टैक्स देना पडेगा।