जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा की कार्यसमिति की बैठक में नोटबंदी से परेशान जनता के हित में कोई प्रस्ताव पारित नहीं किये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
पायलट ने आज एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने आर्थिक तालाबंदी थोपकर जनता पर अनेकों परेशानियों का बोझ डाल दिया है जिससे निजात दिलाने के लिए कांग्रेस द्वारा भाजपा सरकार से जनहित में मांगें रखी गई थी। लेकिन कार्यसमिति में उनके बारे में चर्चा नहीं किया जाना बताता है कि प्रदेश व देश की भाजपा सरकार को जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी संगठन के प्रतिनिधियों का दायित्व होता है कि वे जनहित में सरकार द्वारा जनता की जा रही अनदेखी से सरकार को अवगत कराकर जनहितैषी नीतियां बनाने के लिए बाध्य करें। दुर्भाग्य है कि कार्यसमिति में भाजपा सरकार की अपारदर्शी कार्यप्रणाली की सराहना की गई और विपक्ष द्वारा जनहित में चलाए गये आन्दोलन व उठाए गये मुद्दों पर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी गई।
पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार का तीन वर्षों का कार्यकाल जनता का दमन करने व महंगाई, भ्रष्टाचार व अपराध को बढ़ाने में निकला है। भाजपा कार्यसमिति की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा नहीं होना सरकार की जवाबदेही से बचने की नीति का हिस्सा है।