जम्मू। सेना ने आज सिपाही गुरसेवक सिंह 23 को अपनी श्रद्धांजलि दी जिन्होंने जम्मू कश्मीर में पुंछ जिले के कृष्णाघाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठियों के एक समूह के साथ मुठभेड़ के दौरान अपन जान कुर्बान कर दी।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि व्हाइट नाइट्स कोर 16वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग तथा स्पेड्स डिवीजन के सभी सैनिकों की ओर से एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने शहीद सैनिक के सर्वोच्च बलिदान के माल्यार्पण किया।
उन्होंने सिंह को एक समर्पित, बहादुर, ईमानदार सैनिक बताया और कहा कि वह अपने काम को दिल से प्यार करते थे।
सिंह पंजाब में अमृतसर में तरणतारण के वाराणा गांव के रहने वाले थे।
सैन्य प्रवक्ता ने कहा, ‘‘राष्ट्र उनके सर्वोच्च बलिदान एवं कर्तव्यपरायणता के लिए उनका रिणी रहेगा। वह भावी पीढिय़ों को उत्प्रेरित करते रहेंगे।’’
सिंह के परिवार में पिता बलविंदर सिंह हैं।
पुंछ जिले में आज कृष्णाघाटी और पुंछ सेक्टरों में संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की और सिंह समेत दो सैन्य जवान शहीद हो गए तथा दो सैनिक, दो आम महिलाएं एवं एक बीएसएफ अधिकारी घायल हो गए। कृष्णाघाटी में पाकिस्तानी सेना ने दो बार घुसपैठ की कोशिश कराने के लिए गोलियां चलायी जिससे सिंह की मौत हो गयी। हालांकि घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गयी।