भीलवाड़ा। राजस्थान में एक ओर बच्ची अंधविश्वास की भेट चढ़ गई। जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा में एक बच्ची को अंधविश्वास के चलते गर्म सलाखों से डाम लगाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। बच्ची को गंभीर हालत में महात्मा गांधी अस्पताल भर्ती कराया गया जहां से बच्ची को अजमेर रैफर कर दिया गया।
इस दौरान मासूम ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के रायपुर इलाके में रहने वाले मनोहरसिंह रावत की दस माह की पुत्री आशा को सर्दी-जुकाम हो गई थी। सुधार नहीं होने पर उसके दादा ने शनिवार को ही गर्म लोहे से आशा के पेट पर डाम लगा दिया। डाम लगने के बाद बच्ची की हालत बिगड़ गए।
बच्ची की हालत बिगडऩे पर परिजन बच्ची को महात्मा गांधी अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर रैफर कर दिया। जहां रास्ते में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद यह सवाल उठता है कि 21वीं सदी में भी लोग अंधविश्वास के साये से बाहर नहीं निकल पाए।
इस अंधविश्वास के चलते ही ना जाने कितने बच्चे काल के ग्रास बन चुके हैं। इस तरह की घटनाओं को देखते हुए अब लोगों को खुद ही सोचना होगा कि ऐसी प्रथाओं का त्याग करें और किसी भी तरह के अंधविश्वास में ना पड़े।