जयपुर। राजस्थान में विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक करने वालों के खिलाफ एसओजी ने कड़ी कार्यवाही की है। एसओजी अब तक इस मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी ने सभी आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने सभी आरोपियों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
-क्या है पूरा मामला :
बीकानेर विश्वविद्यालय की फाईनल ईयर के ओआर और क्यूटी की परीक्षा 5 अप्रैल को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का पेपर एक अप्रैल को राजस्थान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गोविंद पारीक ने एसएसजी पारीक गर्ल्स कॉलेज चौमू के प्रोफेसर शंभूदयाल झालानी से नोट करके बीकानेर विश्वविद्यालय के खाजूवाला महाविद्यालय के प्राचार्य एनएस मोदी को बता दिया था। मोदी ने इसी विषय की परीक्षा दे रहे अपने बेटे निपुण मोदी को भी पूरा पेपर बता दिया। यह पेपर आरबीडी (रमेश बुक डिपो) के कर्मचारी शरद ने परीक्षा से पहले अग्रसेन कॉलेज भारदरा हनुमानगढ़ के प्रोफेसर कालीचरण को भी परीक्षा से पहले फोन पर बता दिया था। इस मामले में एसओजी ने सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
- गैस पेपर के नाम हो रहे पेपर आउट
स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक होने का मामला भले ही एसओजी ने अब उजागर किए हो लेकिन प्रश्न पत्र लीक होने का सिलसिला सालों पुराना है। गैस पेपर के नाम पर पिछले बीस सालों से प्रश्न पत्र लीक होते आए हैं। कई छात्र विभागाध्यक्ष या प्रोफेसर से संभावित प्रश्न लिखवाकर लाते रहे हैं। प्रोफेसर सात से आठ तक प्रश्न छात्रों को बताते थे जिनमें से चार या पांच सवाल प्रश्न पत्र में आ जाते थे।