जयपुर। नेशनल डिवर्मिग-डे पर शुक्रवार को राजस्थान में सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 2 करोड़ से अधिक बच्चों को पेट के कीड़े मारने की दवा पिलाई गई। जानकारी के अनुसार इस दवा के पीने के बाद कई बच्चों की तबीयत खराब हो गई। एक और करौली में जहां दवा पीने के बाद 40 बच्चों की तबीयत खराब हो गई वहीं एक सरकारी विद्यालय में भी 15 बच्चों की तबीयत खराब हो गई।
करौली में जहां बच्चों की तबीयत खराब होने पर स्कूल प्रशासन घबरा गया और आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार दवा पीने के बाद बच्चों में सिरदर्द होना, जी मिचलाना, उल्टी होना, पेट दर्द होना, चक्कर आना आदि की की शिकायत होने लगी। जैसे ही बच्चों की तबीयत खराब होने लगी तो उन्हे अस्पताल भर्ती कराया गया जहां इनका उपचार जारी है।
वैसे तो सभी बच्चे खतरे से बाहर बताए जा रहे है लेकिन इस बात से भी मना नहीं किया जा सकता कि इस घटना में प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। अब देखने की बात यह है कि क्या प्रशासन इस घटना को लेकर कोई कार्रवाई करता है या नहीं।
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