जयपुर। जयपुर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित बालसुधार गृह में साजायाप्ता बालअपचारी पुलिस के लिए एक बड़ी परेशानी का सबब बनते जा रहे है। सेठी कालोनी स्थित बालसुधार गृह से मंगलवार शाम को फिर 15 बालअपचारी गार्ड को धक्का देकर फरार हो गए। दो माह में बाल अपचारियों के फरार होने की यह तीसरी घटना है।
मंगलवार शाम को हुई इस घटना में फरार बाल अपचारियों में वे भी शामिल हैं जो पिछली घटना के दौरान भी भागे थे। पिछली घटना में भागे इन बालअपचारीयों ने बाहर आते ही शहर में दर्जनों चोरी की वारदातों को अंजाम दिया लेकिन फिर पकड़े गए। लेकिन सुरक्षा गार्डों की नाकामी के चलते ये बाल अपचारी फिर से फरार होने में कामयाब रहे।
जानकारी के अनुसार बालसुधार गृह से मंगलवार शाम को खाना दे रहे गार्ड को धक्का देकर 15 बालअपचारी फरार हो गए। इस घटना में बससे बड़ी बात यह रही की अपचारियों के भागते समय सुधार गृह में तीन चैनल गेट लगे हुए है, जिन्हें अमूमन बंद रखा जाता है। लेकिन मंगलवार की घटना के समय सभी गेट खुले हुए थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि बालअपचारी गार्ड से मिली भगत कर ही वहां से फरार हुए है।
उधर घटना के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों की मानें तो गेट हमेशा बंद रहने का प्रावधान है। पिछले महीने 11 नवम्बर को 17 बालअपचारी इसी बाल सुधार गृह से गार्ड को चकमा दे कर फरार हुए थे, जिनमें से 13 दस्तयाब किए गए थे और 4 अभी तक फरार चल रहे हैं। उसके बाद मंगलवार को भागे बालअपचारियों में से 8 पूर्व में भी भाग चुके है। वहीं इससे पूर्व में सितम्बर माह में 16 बालअपचारी फरार हुए थे, जिनमें से करीब 13 ही दस्तायाब हो सके थे।
तीसरी आंख भी फेल
बालसुधर गृह में अपचारियों की भागने की वारदता आए दिन होने के कारण पिछले महीने में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। जो मंगलवार को हुई वारदात में किसी काम नहीं आ सकें। जब वहां मौजूद अधिकारियों से इन कैमरों में फुटेज के बारे में पूछा गया तो इसका जवाब वे नहीं दे पाए। सभी बालअपचारियों की उम्र 16 से 18 साल उम्र के बीच है। जिनके खिलाफ शहर के कई थानों में वाहन चोरी, लूट और मारपीट जैसे मामले दर्ज हैं।
सुरक्षा में भारी चूक
बालअपचारियों की सुरक्षा के लिए विभाग ने दो गार्ड लागए हुए है। दोनों गार्ड अपने समय अनुसार ड्यूटी को पूरा करते हैं। बालसुधार एक्ट के तहत बालसुधार गृह के आस-पास वर्दी धारी पुलिस कर्मी नहीं होना चाहिए, जिसके चलते पुलिस द्वारा किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं दे रखी। सुरक्षा के लिहाजा स्थानीय थाना पुलिस मौके पर गश्त करती रहती है।