बेंगलुरु। देश के शीर्ष संस्थानों से बी टेक करने वाले छात्रों को आमतौर पर दूसरे किसी संस्थान से इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों के मुकाबले कंपनियां अधिक सुविधाएं देने के साथ-साथ 10 लाख रुपए का औसत पैकेज ऑफर करती हैं। प्रबंधन संबंधी सलाह देने वाली कंपनी जिनोव ने आज जारी अपने ताजा अध्ययन ‘इंडिया ग्लोबल इन हाउस सेंटर (जीआईसी) कैम्पस कम्पनसेशन स्टडी 2017’ में इस बात का खुलासा किया है कि शीर्ष संस्थानों से इंजीनियरिंग करने वाले छात्रों को किसी अन्य संस्थान से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले छात्रों की तुलना में दोगुना पैकेज मिलता है।
अध्ययन के मुताबिक जीआईसी का अब भी मानना है कि शीर्ष कॉलेजों में पढऩे वाले छात्र में अधिक टैलेंट होता है और उन्हें अपने साथ जोडऩे के लिए वे बड़ा पैकेज देते हैं। प्रत्येक नियुक्ति के लिए छात्र को दिए जाने वाले पैकेज को चार आधारों टोटल गारंटीड कैश(टीजीसी), टोटल कैश कम्पनसेशन(टीसी), टोटल रिवाडर्स (टीआर) और कॉस्ट टू कंपनी (सीटीसी) पर तय किया जाता है ।
अध्ययन के अनुसार देश में हर साल 80,000 से भी अधिक छात्र इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करते हैं। पिछले दो साल से इनकी संख्या में 33 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। करीब 70 फीसदी संगठन कैम्पस भर्ती के दौरान छात्रों को गारंटीड कैश, वैरिएबल पे, रिटायरल्स, मोनेटाइज्ड बेनिफिट और शेयर के बारे में पूरी जानकारी देते हैं। मात्र 20 फीसदी संगठन भर्ती के समय छात्रों को कंपनी के शेयर ऑफर करते हैं। जीआईसी चयनित छात्रों को साल डेढ़ साल के बाद औसतन डेढ़ लाख रूपए का ज्वाइनिंग बोनस देती है। नौकरी के लिए बाहर से आने वाले छात्रों के लिए आमतौर पर कंपनियां 16 दिन तक ठहरने का प्रबंध करती हैं ।