नैशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च ऐंड ट्रेनिंग, एनसीईआरटी अपने पाठयपुस्तकों में बदलाव करने जा रहा है। यह सब एक लंबे समय के अंतराल के बाद होने जा रहा है। इसको लेकर तैयारियां भी पूरी हो चुकी है।
2005 में नैशनल करिकुलम फ्रेमवर्क तैयार किया गया था। उसके बाद काउंसिल की स्कूली पाठ्यपुस्तकों में बड़ा बदलाव हुआ था। एनसीईआरटी ने यूपीए सरकार के 2014 के अंत में एनसीएफ की समीक्षा के लिए 21 एक्सपर्ट कमिटीज का गठन किया था।
लेकिन यूपीए की चुनाव में हार के कारण इस काम को अंजाम नहीं दिया जा सका। तत्कालीन एचआरडी मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने इस काम को तब तक के लिया टाल दिया था, जब तक एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार न हो जाए।
राजनीतिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में आखिरी बार 2012 में बड़ा बदलाव किया गया था, जब एनसीईआरटी ने नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की किताबों से संसद के विरोध के बाद छह आपत्तिजनक कार्टून को हटाए थे।