नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में एम.फिल, पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन सीटों की संख्या कम की गई है।
मंगलवार को जेएनयू द्वारा जारी की गई विवरण पत्रिका में एम.फिल, पीएचडी की सीटों की संख्या कम दिखाई गई है। विश्वविध्यालय अनुदान आयोग यूजीसी की गाईडलाइन के मुताबिक दिल्ली उच्च न्यायालय ने पिछले सप्ताह कुछ छात्रों द्वारा इन पाठ्यक्रमो के लिए जेएनयू की प्रवेश प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका को खारीज कर दिया गया है।
विश्वविद्यलय के कुछ केंद्रो मे इस साल सिर्फ एक विद्यार्थी को ही एम.फिल, पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा। उनमें युरोपियन अध्यन केंद्र, दक्षिण एशियाई अध्यन, भुगोल, विजुअल आर्ट में पीएचडी, (थेटर प्रफोर्मेंस) रंगमंच और प्रदर्शन अध्ययन में पीएचडी (TPSH), सिनेमा अध्ययन (CNSH), शमिल है।
जब की दूसरे केंद्रों में भी सीटों की संख्या बहुत अधिक नहीं है। सबसे ज्यादा सीटें कंप्यूटर और सिस्टम विज्ञान में एम.टेक की 20 सीटें है, (MTCP) सबसे कम भरती की क्षमता सामाजिक विज्ञान विषयों में है, जिसमें स्कूल ऑफ सोशल साइंस के अंतर्गत 15 केंद्र आते है, जिन में से तीन केंद्रो में ही प्रवेश दिया जाएगा।
विश्वविद्यलय द्वारा अपलोड कि गई जानकारी में ऐतिहासिक अध्ययन केंद्र, राजनीतिक अध्ययन केंद्र में भर्ती की कोई जानकारी नहीं दी गई है।