नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय अपने संकाय सदस्यों की अनुसंधान परियोजनाओं को व्यावसायिक उपक्रम में तब्दील करने और इनसे स्टार्टअप विकसित करने के उद्देश्य से तीन महीने के अंदर अपना इनक्यूबेशन सेंटर शुरू करेगा।
विश्वविद्यालय को अपने संकाय के सदस्यों से 30 प्रस्ताव मिले जिनमें से आठ परियोजनाएं इनक्यूबेशन के लिए चुनी गई हैं और इन सभी को आगे काम करने के लिए पांच-पांच लाख रुपए सालाना दिए जाएंगे।
इनक्यूबेशन सेंटर विभिन्न निवेशकों और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ भी साझेदारी करेगा ताकि विशेष परियोजनाओं को सहयोग और आर्थिक मदद मिल सके।
जेएनयू के अनुसंधान और विकास विभाग के निदेशक रूपेश चतुर्वेदी ने पीटीआई से कहा, फिलहाल दो पूंजीपतियों ने जेएनयू इनक्यूबेशन सेंटर से जुडऩे में रुचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल केवल शिक्षकों की परियोजनाएं हैं, लेकिन धीरे-धीरे केंद्र में छात्रों की परियोजनाएं भी आएंगी।