देश के रेपुटेड शैक्षणिक संस्थान IIT-मुम्बई में फण्ड की कमी के वजह से वहां के छात्रों को हैंडवाश की कमी झेलनी पड़ रही है। क्योंकि IIT मुम्बई में फण्ड कट की समस्या आयी है। जिसके वजह से संस्था के स्टूडेंट्स को होस्टल्स में हैंडवाश नहीं मिलेंगे।
सीबीएसई के आदेशानुसार फीस और सुविधाओं में पूरी तरह पारदर्शिता रखे स्कूल
होटल्स के कमरे अब महीने में एक बार ही साफ़ किये जाएंगे साथ ही ,सीढियां,फर्श,डाइनिंग हॉल,कॉरिडोर वगेरा भी अब एक की बजाय दो महीने में साफ़ किये जाएंगे। इस वजह से पब्लिक हेल्थ अफसर के कॉन्ट्रैक्ट में बदलाव किये गए है। सूत्रों के हिसाब से हैंडवाश का इस्तेमाल ना करना और कमरों का हर सप्ताह साफ़ ना किया जाना 60,000 से लेकर 1.57 लाख रूपए तक की बचत कराएगा।
यूपी बोर्ड से 6.57 लाख स्टूडेंट्स फ़र्ज़ी स्टूडेंट्स किये गए बाहर
इस मसले पर स्टूडेंट अफेयर्स के डीन सौम्यो मुखर्जी कहते हैं कि स्वच्छ भारत अभियान को ध्यान में रखते हुए ऐसी अपेक्षा सभी से की जाती है कि वे अपने आस-पास के इलाके को साफ रखें. हालांकि वे इस कॉस्टकटिंग को मार्जिनल बताते हैं और इसे स्वागतयोग्य कदम कहते हैं.