नई दिल्ली। मौजूदा वर्ष में अक्टूबर के दौरान थोक मुद्रास्फीति की दर 3.39 प्रतिशत दर्ज की गई है जबकि इससे पिछले महीने यह 3.57 प्रतिशत रही थी। सरकार के आज यहां जारी आंकडों के अनुसार, पिछले वर्ष अक्टूबर में थोक मुद्रास्फीति की दर 3.70 प्रतिशत ऋणात्मक रही थी।
मौजूदा वित्त वर्ष में अभी तक बिल्डअप मुद्रास्फीति की दर 4.34 प्रतिशत पर रही है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह आंकडा 0.45 प्रतिशत रहा था।
प्राथमिक वस्तु वर्ग में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति की दर अक्टूबर में 4.34 प्रतिशत रही है जबकि सितंबर में यह 5.75 प्रतिशत पर थी। हालांकि विनिर्मित वस्तु वर्ग में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 11.21 प्रतिशत से घटकर 10.48 प्रतिशत पर रही है।
आंकडों में बताया गया है कि प्राथमिक वस्तु वर्ग में खाद्य वस्तु के सूचकांक में 0.3 प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ग में उड़द छह प्रतिशत, मसूर, फल और सब्जी चार प्रतिशत, अरहर, बाजरा, मक्का और बकरे के मांस तीन प्रतिशत, ज्वार दो प्रतिशत, मूंग, मछली और मसाले की कीमतों में एक प्रतिशत की कमी आई है।
वहीं, चना 18 प्रतिशत, रागी नौ प्रतिशत, मुर्गे का मांस पांच प्रतिशत, समुद्री मछली, कॉफी और दूध एक प्रतिशत महंगा हुआ है। अखाद्य वस्तु वर्ग की कीमतों में 3.1 प्रतिशत की कमी आई है। इसी वर्ग में सोयाबीन 10 प्रतिशत, मूंगफली और फूल आठ प्रतिशत, कच्चा कपास पांच प्रतिशत, कच्चा रबड़ चार प्रतिशत, अरंडी तीन प्रतिशत, सूरजमुखी, कच्ची खाल, नारियल रेशा और जूट एक प्रतिशत गिरा है।
हालांकि, चारा और तिल दो प्रतिशत और करडी एक प्रतिशत चढ़ा है। विनिर्माण वर्ग के खाद्य उत्पादों में 0.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
इस वर्ग में बेसन में 14 प्रतिशत, बिनौला तीन प्रतिशत, वनस्पति, गोला, चाय चूरा (मिश्रित) और घी के दाम में दो प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सूखा दूध, सूजी और सूखी मछली की कीमतो में एक-एक प्रतिशत की तेजी आई है। हालांकि, मूंगफली तेल और चाय चूरा तीन प्रतिशत, खल, नारियल तेल, मिश्रित मसाले, मैदा दो प्रतिशत और गुड़, पाम तेल और चाय पत्ती एक-एक प्रतिशत गिरी है।