नई दिल्ली। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने जर्मनी के म्यूनिख शहर से पहले वाराणसी को शत प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा से रोशन होने वाला शहर बनाने की चुनौती स्वीकार की है। म्यूनिख को 2025 तक यह तमगा हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
गोयल की हाल की चार दिन की बर्लिन, लेपजिंग और म्यूनिख यात्रा पर बिजली मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि म्यूनिख का 2025 तक 100 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा आधारित शहर बनने का लक्ष्य है। गोयल ने 2025 से पहले वाराणसी को 100 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा वाला शहर बनाने की चुनौती ली है।
बयान के मुताबिक बिजली मंत्री ने अधिकारियों को इस दिशा में काम शुरू करने का निर्देश दिया है। इसमें जरूरी विरण संबंधी ढांचागत सुविधा शामिल है।
फिलहाल देश में ऐसा कोई शहर नहीं है जो पूरी तरह अक्षय ऊर्जा से रोशन हो और वाराणसी इस मामले में देश का पहला शहर होगा।
उल्लेखनीय है कि भारत ने सौर, पवन, लघु पनबिजली तथा बायोमास जैसे स्रोतों से 1,75,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता का लक्ष्य रखा है।