केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का कहना है कि 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के फैसले से देश की जीडीपी ग्रोथ में 2 फीसदी तक का इजाफा होगा.
मेघवाल ने कहा की देश के कुछ अर्थशास्त्रियों ने अनुमान लगाया है कि आने वाली दो तिमाहियों में देश में इकॉनामिक ऐक्टिविटी कम होगी और ग्रोथ में गिरावट आएगी. लेकिन मेरी सोच इस मामले में अलग है.
वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि ऐसी कई तरह की वित्तीय गतिविधियां हैं, जिन्हें आर्थिक लेन-देन में शामिल नहीं किया जाता. नोटबंदी के चलते इकॉनमिक ऐक्टिविटीज का दायरा बढ़ेगा और इससे जीडीपी में इजाफा होगा.
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की ओर से इस फैसले को राजनीतिक विफलता और लूट करार दिए जाने के बयान पर मेघवाल ने कहा कि मनमोहन सिंह ने सरकार में कई अहम पद संभाले हैं. मुख्य आर्थिक सलाहकार, आरबीआई गवर्नर और योजना आयोग के मुखिया के तौर पर काम कर चुके हैं. मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर वह इस दौरान अहम संस्थानों के कुप्रबंधन को दूर क्यों नहीं कर सके?
नोटबंदी के फैसले पर विपक्षी दलों के हमलों को लेकर मेघवाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान करते वक्त कहा था कि लोगों को शुरुआती 50 दिनों में थोड़ी समस्या झेलनी पड़ेगी. इसके बाद जल्द ही हालात सुधर जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिस 86 प्रतिशत करंसी को अमान्य किया गया है, वह गरीब आदमी के पास तो नहीं थी. अगर यह मुद्रा सर्कुलेशन में वापस आती है, तो इसे लूट कैसे कहा जा सकता है. मेघवाल ने कहा, लूट तो 2जी घोटाला, कोयला घोटाला, राष्ट्रमंडल घोटाला था, जिसमें कई लाख करोड़ रुपए की लूट हुई थी.