नई दिल्ली। भारत की यात्रा पर आए अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल का मानना है कि अमेरिका दोनों देशों के बीच ऐसे करार करने का इच्छुक है जो कि दोनों राष्ट्रों के हित में हो। प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकियों के लिए रोजगार के अवसरों के सृजन करने को भारत-अमेरिका नीतियों की समीक्षा करने की जरूरत है।
अमेरिकी कांग्रेस की न्यायिक समिति के चेयरमैन बॉब गुडलेट ने आज कहा, ‘अमेरिका में एक बिल्कुल नई तरह के राष्ट्रपति हैं। वह पहले राष्ट्रपति हैं जो पूर्व में किसी सरकार में नहीं रहे और न ही उनका किसी तरह का राजनीतिक अनुभव है। वह कारोबारी व्यक्ति हैं। वह भारत के साथ काम करना चाहेंगे। वह भारत और दुनिया के अन्य देशों के साथ करार करना चाहेंगे।’’
गुडलेट विधि एवं आईटी मंत्री के साथ 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
प्रतिनिधिमंडल में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों के सदस्य हैं। बैठक के दौरान एच-1 बी वीजा पर भी विचार विमर्श हुआ।