नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड सीबीडीटी ने आयकर विभाग से गंभीरता से कर संग्रहण की निगरानी करने को कहा है। सीबीडीटी का कहना है कि चालू वित्त वर्ष समाप्ति की ओर है और कर संग्रहण अभी लक्ष्य से कुछ पीछे है। सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने विभाग के क्षेत्रीय प्रमुखों को भेजे संदेश में कहा है कि वे व्यक्तिगत रूप से कर संग्रहण की निगरानी करे। विभाग के प्रदर्शन आकलन के लिए यह एकमात्र मानदंड है।
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि चार मार्च को बजट संग्रहण की स्थिति की समीक्षा में यह तथ्य सामने आया है कि चालू वित्त वर्ष के लिए 14 प्रतिशत की वृद्धि लक्ष्य की तुलना में यह अभी सिर्फ 10.6 प्रतिशत है, जो चालू साल के बजटीय लक्ष्य को हासिल करने की दृष्टि से अच्छा नहीं है।
चंद्रा ने कहा, बजटीय लक्ष्य को हासिल करने की दृष्टि से आप लोगों से आग्रह किया जाता है कि व्यक्तिगत रूप से अग्रिम कर, स्रोत पर कर कटौती और बकाए की वसूली की साप्ताहिक आधार पर समीक्षा की जाए। चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह के लिए 8.47 लाख करोड़ रूपए रखा गया है।