नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं उपाध्यक्ष एफ सी कोहली ने टाटा संस के अध्यक्ष पद से हटाए गए सायरस मिस्त्री के टीसीएस को आईबीएम को बेचने के कभी इरादा होने के आरोप को खारिज करते हुए आज इस बयान को सच्चाई से परे बताया।
देश में साफ्टवेयर उद्योग के जनक कहे जाने वाले कोहली ने इस संबंध में जारी बयान में कहा कि मिस्त्री का बयान गलत है। उन्होंने कहा कि आईबीएम को भारत लाने के निर्णय में वह शामिल थे। हार्डवेयर विनिर्माण और भारत में मदद के लिए एक संयुक्त उपक्रम टाटा आईबीएम वर्ष 1991- 92 में बनाया गया था। इस संयक्त उपक्रम ने भारत में कंप्यूटर हार्डवेयर निर्माण को प्रोत्साहित किया। हालांकि यह उपक्रम अब नहीं है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि टाटा समूह का टीसीएस को आईबीएम को बेचने का कभी भी इरादा नहीं रहा है। कोहली ने पूरे घटनाक्रम का समयावधि का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 1951 में टाटा इलेक्ट्रिक कंपनी से जुड़े और वर्ष 1970 में उसके निदेशक बने। इसके बाद उन्हें टीसीएस का प्रथम मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया था।