नई दिल्ली। देश के प्रमख औद्योगिक समूह टाटा संस के अध्यक्ष रतन टाटा ने कालेधन के विरुद्ध सरकार की जारी लड़ाई में ऐसे लोगों से सहयोग की अपील की है जो भविष्य के नए भारत में योग्यता और समान अवसर के आधार पर राष्ट्रीय संसाधनों के एक समान वितरण के पक्षधर हैं।
टाटा ने आज एक ट्वीट में लिखा कि कर चोरी, हवाला और भ्रष्टाचार से देश में कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था बनी है। प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के जरिए कालाबजारी वाली अर्थव्यवस्था के विरुद्ध लड़ाई का साहस दिखाया है।
उन्होंने नोटबंदी को भारत के इतिहास में तीन महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों में से एक बताया है। दो महत्वपूर्ण सुधारों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) एवं लाइसेंसी राज से मुक्ति शामिल है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल और मोबाइल भुगतान को बढ़ावा देने से भारत नकदी आधारित अर्थव्यवस्था से नकदीरहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ेगा जिससे दीर्घकाल में गरीब और समाज के उपेक्षित वर्ग को लाभ होगा।