मुंबई। बिकवाली दबाव के चलते बंबई शेयर बाजार में आज लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में भी गिरावट जारी रही। सेंसेक्स आज 77 अंक और टूटकर 26,150 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का छह महीने का नया निचला स्तर है।
कारोबारियों का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलेन ने दिसंबर में नीतिगत समीक्षा में ब्याज दर बढाने का संकत दिया है जिससे विदेशी निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी। इसके साथ ही रूपए में गिरावट ने भी बाजार धारणा पर असर डाला।
बीएसई का 30 शेयर आधारित सेंसेक्स कारोबार के दौरान 26,106.78-26, 349.02 अंक के दायरे में रहा और अंतत 77.38 अंक की गिरावट दिखाता हुआ 26,150.24 अंक पर बंद हुआ। यह सेंसेक्स का 25 मई 2016 के बाद का निचला स्तर है।
नोटबंदी के अर्थव्यवस्था पर असर को लेकर चिंताओं के बीच सूचकांक बीते पांच सत्र में 1, 367.44 अंक टूटा है। इन पांच दिनों में यह 4.97 प्रतिशत गिरा है। वहीं साप्ताहिक आधार पर सेसेंक्स 668.58 अंक टूटा जबकि निफ्टी में साप्ताहिक आधार पर 222.20 अंक की गिरावट रही। वहीं एनएसई का निफ्टी आज 5.85 अंक टूटकर 8,074.10 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशकों की तरफ से बिकवाली का दबाव जारी रहा। विदेशी निवेशकों ने कल शुद्ध रूप से 983.93 करोड़ रूपए के शेयरों की बिक्री की। शेयर बाजारों द्वारा जारी अस्थाई आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई है। एशियाई बाजारों में मिला जुला रख रहा। यूरोपीय केन्द्रीय बैंक की हाल में हुई।
बैठक के ब्यौरे के मुताबिक नीतिनिर्माता इस बात को लेकर तैयार हैं कि यदि यूरोक्षेत्र की अर्थव्यवस्था सुधार के रास्ते पर आगे बढ़ती रहती है तो वह फिर से 1,700 अरब यूरो के प्रोत्साहन पैकेज को आगे बढ़ा सकते हैं।