शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 147 अंक उछला

Samachar Jagat | Thursday, 23 Mar 2017 09:49:07 AM
Sensex rises 100 points Nifty opens at 9000 in early trade

मुंबई। बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक आज कारोबार के शुरुआती दौर में 147 अंक उंचा रहा। कल की गिरावट के बाद आज घटे मूल्यों पर निवेशकों और कोषों की लिवाली से प्रमुख शेयरों में तेजी का रख रहा। एशियाई बाजारों में भी मजबूती का रख रहा। बंबई शेयर बाजार का 30-शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक आज कारोबार की शरुआत में 147.50 अंक यानी 0.50 प्रतिशत उंचा रहकर 29,315.18 अंक पर रहा। सूचकांक में कल 318 अंक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। कारोबार की समाप्ति पर कल यह दो सप्ताह के निम्न स्तर 29,167.68 अंक पर बंद हुआ था। पिछले तीन सत्रों के दौरान संवेदी सूचकांक में कुल 481.31 अंक की गिरावट आई है। 

बहरहाल, आज कारोबार की शरुआती मजबूती के साथ हुई है और पूंजीगत सामान, तेल एवं गैस, धातु सहित विभिन्न प्रमुख समूह सूचकांक में 0.92 प्रतिशत तक की मजबूती रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी आज 45.90 अंक यानी 0.50 प्रतिशत बढक़र 9,076.35 अंक रहा। शेयर ब्रोकरों के अनुसार एशियाई बाजारों में मजबूत शुरुआत के साथ निवेशकों की ओर से भी खरीदारी का जोर रहा। इस दौरान लार्सन एण्ड टुब्रो, गेल और हीरो मोटोकार्प बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल रहे और इनमें 1.8 प्रतिशत तक तेजी दर्ज की गई। 

टाटा मोटर्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक और मारुति सुजुकी इंडिया में भी एक प्रतिशत तक बढ़त रही। एशियाई बाजारों में हांग कांग का हेंग सेंग 0.13 प्रतिशत उंचा रहा। जापान का निक्केई सूचकांक 0.14 प्रतिशत चढ़ गया जबकि शंघाई का कंपोजिट सूचकांक 0.27 प्रतिशत उंचा रहा। अमेरिका का डाउ जोंस एवरेज कल कारोबार की समाप्ति पर 0.03 प्रतिशत नीचे रहा।

जबकि बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 318 अंक की गिरावट के साथ दो सप्ताह के निम्न स्तर 29,167 अंक पर बंद हुआ। बाजार में तीन महीने में पहली बार इतनी बड़ी गिरावट आई। कमजोर वैश्विक रूख के बीच निवेशकों के निवेश निकालने से बाजार में यह गिरावट दिखी। टिकाउ उपभोक्ता सामाना, वाहन, धातु रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा बैंक शेयरों में सर्वाधिक गिरावट आयी। वहीं अमेरिकी डालर के मुकाबले रपये की विनिमय दर में गिरावट से भी धारणा पर असर पड़ा।

नेशनल स्टॉक  एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.05 अंक की गिरावट के साथ 9,100 अंक पर पहुंच गया। कारोबारियों के अनुसार चालू तिमाही में देश का सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी वृद्धि दर हल्की 6.7 प्रतिशत रहने की रिपोर्ट से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। साथ ही अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कर कटौती की संभावना तथा उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण को लेकर आशंकाओं से वैश्विक बाजारों में दबाव रहा। 

वैश्विक ब्रोकरेज हाउस नोमुरा ने कहा कि कुल मिलाकर आर्थिक गतिविधियों के नोटबंदी से पूर्व के स्तर पर आने की संभावना अभी कम है।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 317.77 अंक या 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 29,167.68 अंक पर बंद हुआ। दस मार्च के बाद सेंसेक्स का यह न्यूनतम स्तर है। यह पिछले साल दो दिसंबर के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट है।

उस दिन सेसेंक्स 329.26 अंक लुढक़ा था।  पिछले दो दिनों में सेंसेक्स 164.54 अंक नीचे आया। पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 91.05 अंक या 1.0 प्रतिशत की गिरावट के साथ 9,030.45 अंक पर बंद हुआ। प्रमुख कंपनियों के शेयरों में एयरटेल में सर्वाधिक 3.18 प्रतिशत की गिरावट आयी और यह 338.50 पर पहुंच गया।

जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गई उसमें टाटा मोटर्स 2.84 प्रतिशत, आईटीसी 2.75 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 2.42 प्रतिशत, बजाज आटो 2.01 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 1.81 प्रतिशत, एसबीआई 1.71 प्रतिशत, एल एंड टी 1.26 प्रतिशत तथा मारति सुजुकी 1.11 प्रतिशत शामिल हैं। 

हालांकि ल्यूपिन, विप्रो, सिप्ला, सन फार्मा, डा. रेड्डीज तथा हिंदुस्तान यूनिलीवर लाभ में रहे। विलियम ओ नील इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी अनुपम सिंघी ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रूख के बीच लगातार तीसरे दिन शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई।

विश्व के अन्य प्रमुख शेयर बाजारों में भी यही प्रवृत्ति रही। निवेशक उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कर कटौती की योजना को लेकर निवेशक सशंकित हैं।  वैश्विक स्तर पर धातु के दाम में नरमी से जेएसडब्ल्यू स्टील, सेल, हिंडाल्को, टाटा स्टील, जिंदल स्टील और वेदांता 2.86 प्रतिशत तक नीचे आए।

वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में जापान, चीन, हांगकांग और सिंगापुर के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। यूरोप के प्रमुख शेयर बाजारों फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन में भी शुरूआत कमजोर रही। शेयर बाजार में भारी गिरावट और बैंकों की डॉलर लिवाली से अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 16 पैसे टूटकर 65.44 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।

भारतीय मुद्रा गत दिवस आठ पैसे की तेजी के साथ 65.28 रुपए प्रति डॉलर पर रही थी। शेयर बाजार की चौतरफा बिकवाली के दबाव में मुद्रा बाजार में भी धारणा कमजोर रही। रुपया 29 पैसे लुढक़कर 65.57 रुपए प्रति डॉलर पर खुला। हालांकि, दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के कमजोर पडऩे से इसके बाद इसमें लगातार सुधार देखा गया, लेकिन यह कभी हरे निशान में नहीं लौट सका।

कारोबार के दौरान का इसका उच्चतम स्तर 65.38 रुपए प्रति डॉलर रहा। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 16 पैसे नीचे 65.44 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि शेयर बाजार की गिरावट से रुपया कमजोर पड़ा है। हालांकि, दुनिया की अन्य छह प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के कमजोर पडऩे से इसकी गिरावट कुछ कम रही।



 

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