मुंबई। लगातार तीन सत्र के कारोबार में चढऩे के बाद आज शेयर बाजार शुरूआती कारोबार में गिरकर खुले। अप्रैल के डेरीवेटिवों की समाप्ति को देखते हुए सेंसेक्स भी गिरकर खुला जो कल अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। ब्रोकरों के अनुसार कमजोर एशियाई संकेतों से भी कारोबारी धारणा में गिरावट देखी गई। निवेशकों की नजर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा वहां की कर व्यवस्था में किए जाने वाले बदलावों पर लगातार बनी हुई है। इसके अलावा अप्रैल के डेरीवेटिवों में आज कारोबार का आखिरी दिन होने और कमजोर एशियाई संकेतों की वजह से भी कारोबारी धारणा धीमी पड़ी है।
मुनाफा वसूली के चलते तीस कंपनियों के शेयरों पर आधारित बंबई स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 103.61 अंक गिरकर 30,029.74 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 9.70 अंक गिरकर 9,342.15 के स्तर पर बंद हुआ। जबकि कारोबार के शुरुआत में बीएसई सेंसेक्स आज 32.44 अंक यानी 0.11 प्रतिशत गिरकर 30,100.91 अंक पर खुला। पिछले तीन सत्रों के कारोबार में इसमें 768.05 अंक की वृद्धि हुई थी।
इस गिरावट की वजह धातु, तेल एवं गैस, बैंक, लोक उपक्रम और पूंजीगत सामानों के शेयरों का कमजोर होना है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 9.90 अंक यानी 0.11 प्रतिशत गिरकर 9,341.95 अंक पर रहा। निर्यातकों और बैंकों द्वारा डॉलर की सतत बिकवाली जारी रहने के बीच शुरूआती कारोबार में आज डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे मजबूत होकर 63.98 रहा जो पिछले 21 महीनों में उच्चतम स्तर है।
मुद्रा कारोबारियों के अनुसार अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर होने और विदेशी कोष के प्रवाह से भी रुपए को समर्थन मिला लेकिन शुरूआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजारों के कमजोर रहने से यह वृद्धि थम गई। कल शेयरों में जबरदस्त बढ़ोत्तरी के साथ ही रुपया भी डॉलर के मुकाबले 15 पैसे मजबूत होकर 21 महीने के उच्चतम स्तर यानी 64.11 पर बंद हुआ था। इससे पहले रुपया अगस्त 2015 में उच्चतम स्तर पर बंद हुआ था। इसी बीच बंबई शेयर बाजार का सेेंसेक्स 32.44 अंक यानी 0.11 प्रतिशत गिरकर 30,100.91 अंक पर खुला।