Share Market: सेंसेक्स 267 अंक उछला, निफ्टी 9,200 के पार...

Samachar Jagat | Tuesday, 18 Apr 2017 10:28:02 AM
sensex climbs 174 points in early trade

मुंबई। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रूख के बीच चौतरफा लिवाली से बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में आज करीब 267 अंक की मजबूती आई जबकि एनएसई निफ्टी भी 9,200 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। ऐसा लगता है कि निवेशक दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस समेत कुछ प्रमुख कंपनियों के तिमाही परिणाम को लेकर आशावान है। टीसीएस का परिणाम आज आएगा।

तीस शेयरों वाला 266.97 अंक या 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 29,680.63 अंक पर बंद हुआ। धातु, तेल एवं गैस तथा पूंजीगत वस्तुओं की अगुवाई में बाजार में तेजी आई। इससे पहले, पिछले तीन सत्रों में सेंसेक्स में 374.69 अंक की गिरावट आई थी।

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 66.10 अंक या 0.72 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,205.40 अंक पर खुला। कारोबारियों के अनुसार प्रमुख कंपनियों के शेयरों में लिवाली तथा वाल स्ट्रीट में कल की तेजी के बाद एशिया के अन्य बाजारों में मिले-जुले रूख से घरेलू बाजार में तेजी आई।

एशिया के अन्य बाजारों में शुरूआती कारोबार में जापान का निक्की 0.23 प्रतिशत मजबूत हुआ। हालांकि हांगकांग का हैंगसेंगे 0.9 तथा शंघाई कंपोजिट सूचकांक भी 0.12 प्रतिशत नीचे आए।

शेयर बाजार मेंं कल गिरावट का सिलसिला जारी रहा। भू राजनीतिक तनाव के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मामूली गिरावट के साथ 29,414 अंक के तीन सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया। हालांकि, इस दौरान थोक मुद्रास्फीति में गिरावट आई है। 

कोरियाई प्रायद्वीप, अफगानिस्तान तथा सीरिया में भू राजनीतिक तनाव का असर यहां के बाजारों पर दिखाई दिया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन के निचले स्तर 29,363.28 अंक तक आने के बाद आंशिक रूप से कुछ सुधरा। अंत में सेेंसेक्स 47.79 अंक या 0.16 प्रतिशत के नुकसान से 29,413.66 अंक पर बंद हुआ। यह 27 मार्च के बाद इसका निचला स्तर है। इस तरह तीन सत्रों में सेंसेक्स 374.69 अंक टूट चुका है। 

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी दबाव में रहा और अंत में 11.50 अंक या 0.13 प्रतिशत के नुकसान से 9,139.30 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, मूल्य के मोर्चे पर कुछ राहत मिली। मार्च महीने की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति घटकर 5.70 प्रतिशत पर आ गई है। फरवरी में यह 6.55 प्रतिशत पर थी। 

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बढ़ते भू राजनीतिक तनाव और कंपनियों की चौथी तिमाही के नतीजों की कमजोर शुरआत से बाजारों में गिरावट आई। निवेशकों को आगामी तिमाही नतीजों से और संकेतकों का इंतजार है।

हालांकि, बीएसई मिडकैप में 0.25 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप में 0.49 प्रतिशत की बढ़त रही। कारोबारियों ने कहा कि जापान की वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी नोमूरा की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल देश का चालू खाते का घाटा कैड बढक़र सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी के 1.6 प्रतिशत पर पहुंच सकता है। इससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ी है। 

एनटीपीसी के शेयर में 3.31 प्रतिशत, सनफार्मा में 2.18 प्रतिशत, एशियन पेंट्स में 1.81 प्रतिशत और कोल इंडिया में 1.77 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर गेल का शेयर 4.01 प्रतिशत चढ़ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.95 प्रतिशत, पावरग्रिड में 1.30 प्रतिशत और डॉ रेड्डीज लैब में 0.72 प्रतिशत की बढ़त रही। 

इंडियाबुल्स रीयल एस्टेट ने शानदार बढ़त दर्ज की। कारोबार के पुनर्गठन की खबर के बीच कंपनी का शेयर 40 प्रतिशत चढ़ गया। इस खंड में अन्य कंपनियों एचडीआईएल, डीएलएफ, गोदरेज प्रॉपर्टीज और यूनिटेक के शेयर भी लाभ में रहे। चीन के आर्थिक आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे। इससे अन्य एशियाई बाजारों में सतर्कता का माहौल रहा। 

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2017 की पहली तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही है।  विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में धातु में 1.09 प्रतिशत की गिरावट आई। बिजली, प्रौद्योगिकी और पीएसयू में भी नुकसान रहा। हालांकि, रीयल्टी खंड का सूचकांक 8.82 प्रतिशत चढ़ गया। 

आयातकों की ताजा डॉलर मांग से संक्षिप्त सुधार के बाद रुपया एक बार फिर 11 पैसे टूटकर 64.52 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में डॉलर के कमजोर होने के बावजूद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच जारी तनाव से बाजार में उतार चढ़ाव रहा जिसने विदेशी मुाविनिमय बाजार की धारणा को कमजोर बनाए रखा। कमजोर इक्विटी बाजार के कारण भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई। हालांकि डॉलर की आसान आपूर्ति तथा इक्विटी और रिण बाजार में निरंतर निवेश ने गिरावट को कुछ थाम दिया।

अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 64.42 रुपए प्रति डॉलर पर अपरिवर्तित रख लिए खुला तथा कमजोर डॉलर के कारण जल्द ही 64.29 रुपए प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर को छू गया। दोपहर में रुपए की तेजी बरकरार नहीं रह सकी और यह 64.53 रुपए प्रति डॉलर तक लुढक़ने के बाद अंत में 11 पैसे अथवा 0.17 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता 64.52 रुपए प्रति डॉलर बंद हुआ।

गुरवार को यह 26 पैसे की तेजी दर्शाता बंद हुआ था। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने आज के कारोबार के लिए डॉलर-रुपया संदर्भ दर 64.4053 रुपए प्रति डॉलर और यूरो-रुपए के लिए 68.4049 रुपए प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तरमुा कारोबार में पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपए में गिरावट रही।

विदेशों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में मजबूती के रख के बीच कारोबारिये अपने सौदों के आकार को बढ़ाने में लग गए जिससे वायदा कारोबार में आज चांदी की कीमत 63 रुपए की तेजी के साथ 42,633 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई।

एमसीएक्स में चांदी के जुलाई डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 63 रुपए अथवा 0.15 प्रतिशत की तेजी के साथ 42,111 रुपए प्रति किलो ग्राम हो गई जिसमें आठ लॉट के लिए कारोबार हुआ। इसी प्रकार चांदी के मई डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 62 रुपए अथवा 0.15 प्रतिशत की तेजी के साथ 42,633 रुपए प्रति किलो ग्राम हो गई जिसमें 334 लॉट के लिए कारोबार हुआ।

बाजार विश्लेषकों ने कहा कि भू-राजनीतिक तनाव के कारण बहुमूल्य धातुओं की मांग बढऩे से वैश्विक बाजारों में मजबूती के रख के अनुरूप सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को बढ़ाया जिससे यहां वायदा कारोबार में चांदी कीमतों में तेजी आई। वैश्विक स्तर पर सिंगापुर में चांदी की कीमत 0.30 प्रतिशत की तेजी के साथ 18.57 डॉलर प्रति औंस हो गई।



 

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