मुंबई। लगातार उंची वृद्धि दर के लिए कृषि क्षेत्र की वृद्धि पर ध्यान केंति करने का आह्वान करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने कहा कि ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति को चुस्त दुरूस्त किए जाने की जरूरत है अन्यथा रिण मांग में वृद्धि निम्न ही रहेगी।
एसबीआई की चेयरपर्सन अरंधति भट्टाचार्य ने यहां सीआईआई के कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि बैंकों के समक्ष इस समय दो चुनौतियां- पूंजीगत वृद्धि व आस्ति गुणवत्ता से जुड़ी चिंताएं हैं। उन्होंने कहा,‘ आस्ति गुणवत्ता संबंधी चिंताएं मांग में कमी तथा तेजी के वर्षों में देय रिण के कारण है। मध्यावधि में दोनों में सुधार होता नजर नहीं आया। इसलिए हमें कृषि क्षेत्र की वृद्धि पर ध्यान केंति करना होगा।’
कुल रिण वृद्धि अब तक अपने दशकों के निचले स्तर पांच प्रतिशत पर है। इस बारे में अरंधति ने कहा कि उन्हें फौरी तौर पर इसमें सुधार नजर नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि दो लगातार खराब मानसून की मार कृषि क्षेत्र पर पड़ी है और इस पर अलग से ध्यान दिए जाने की जरूरत है। ग्रामीण खंड में कमजोर मांग का असर एसबीआई की कृषि रिण बुक में निम्न वृद्धि के रूप में भी परिलक्षित हुआ है। -(एजेंसी)