मॉस्को। सोशल नेटवर्किंग साइट लिंक्डइन पर स्थानीय कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए रूस के अधिकारियों ने एप्पल और गूगल से अपने-अपने एप स्टोर से लिंक्डइन एप को हटाने के लिए कहा। रूसी कानून के मुताबिक किसी इंटरनेट कंपनी को रूस की सीमा के अंदर रहने वाले अपने उपयोगकर्ताओं का पूरा आंकड़ा स्टोर करना पड़ता है। हाल ही में रूस की एक अदालत ने माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली सोशल साइट लिंक्डइन की सेवाएं ब्लॉक कर दी थीं।
समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स के अनुसार, एप्पल ने इस बात की पुष्टि की है कि एक महीने पहले उनसे रूस में अपने एप स्टोर से लिंक्डइन का एप हटाने के लिए कहा गया था। अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि गूगल ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उसने रूस में अपने एप स्टोर से लिंक्डइन का एप हटाया था या नहीं।
गूगल ने यह जरूर कहा कि उसने रूस में स्थानीय कानूनों का पालन किया। इस बीच लिंक्डइन ने प्रतिक्रिया में कहा है कि कंपनी रूस में अपनी सेवाएं ब्लॉक किए जाने पर रूस के नियामकों से निराश है। लिंक्डइन के प्रवक्ता निकोल लेवरिच के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, इससे रूस में हमारे सदस्यों और कारोबार में विकास के लिए हमारे मंच का उपयोग करने वाली कंपनियों तक हमारी सेवाएं पहुंचने से रोकी गईं। रूस में लिंक्डइन के उपयोगकर्ताओं की संख्या लाखों में है।