नई दिल्ली। पुराने 500 और 1000 रपए के नोट बंद करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले का स्वागत करते हुए ग्रामीण बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों के दो प्रमुख संगठनों ऑल इंडिया ग्रामीण बैंक आफीसर्स आर्गनाइजेशन एआईजीबीओओ और आल इंडिया ग्रामीण बैंक वर्कर्स आर्गनाइजेशन एआईजीबीडब्यूओ ने 21 नवंबर और दिसंबर के अपने राष्ट्र व्यापी धरने के कार्यक्रम को जनवरी तक के लिये टाल दिया है।
इन संगठनों ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि 21 नवंबर, 05-06-07 दिसंबर 2016 को आयोजित किया जाने वाले राष्ट्रव्यापी धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को 'राष्ट्रीय प्रतिबद्धता' के कारण जनवरी 2017 के पहले सप्ताह के लिए टाल दिया गया है।
संगठन ने 29 अक्तूबर को दिए गए नोटिस में अपनी मांगों को लेकर धरने प्रदर्शन के अलावा 13 फरवरी 2017 को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का ऐलान किया था।
एआईजीबीओओ के अध्यक्ष दीपक भेले राव और महासचिव आरके गौतम तथा उएआईजीबीडब्यूओ के महासचिव सरोज प्रधान ने बयान में कहा कि संगठन के प्रतिनिधियों ने आज यहां वित्तीय सेवा विभाग के अतिरिक्त सचिव गिरीश चंद्रा मुरमू के साथ बैठक में सरकार को आंदोलन स्थगित करने के अपने निर्णय से अवगत कराया।
बयान में कहा गया है कि 28 राज्यों के 645 जिलों में 56 ग्रामीण बैंकों की कुल 26,000 शाखाएं हैं जिनमें 88,000 कर्मचारी काम करते हैं।
-भाषा