नई दिल्ली। टाटा समूह में निदेशक मंडल के अंदर की लड़ाई और तेज हो गयी है। समूह की एक प्रमुख कंपनी टाटा ग्लोबल बेवरेजेज के निदेशक मंडल ने बहुमत से साइरस मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन पद से हटा दिया। हालांकि, मिस्त्री ने बोर्ड कार्यवाही को अनुचित बताते हुये फैसले को अवैध करार दिया।
साइरस मिस्त्री को पिछले माह के अंत में 103 अरब डालर के सालाना कारोबार करने वाले टाटा समूह के अध्यक्ष पद से अप्रत्याशित रूप से हटाए जाने के बाद छिड़े संघर्ष में यह समूह की दूसरी सूचीबद्ध कंपनी है जिसने मिस्त्री को अपने चेयमैन के पद से हटाया है।
टाटा ग्लोबल बिवरजेज ने आज शेयर बाजारों को दी गयी अनिवार्य सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल की बैठक में उपस्थित 10 में से सात निदेशकों ने मिस्त्री को कंपनी के शीर्ष पद से हटाने के प्रस्ताव का समर्थन किया।
मिस्त्री हालांकि, टाटा ग्लोबल बेवरेजिज लिमिटेड कंपनी के निदेशक बने रहेंगे।
पिछले सप्ताह आईटी सेवा सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने भी मिस्त्री को निदेशक मंडल की बैठक में चेयरमैन पद से हटा दिया था।
मिस्त्री ने टाटा ग्लोबल बेवरेजिज के निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस कंपनी के निदेशक मंडल ने भी टांटा संस के निदेशक मंडल की तरह ही उन्हें अवैध तरीके से चेयरमैन पद से हटाने की गलती को दोहराया है।
म्रिस्त्री के कार्यालय से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि निदेशक मंडल की बैठक में एजेंडे में ऐसा कुछ नहीं था। यह बैठक दूसरी तिमाही के परिणामों को मंजूरी देने के लिये बुलाई गई थी। ‘‘जहां तक चेयरमैन को पद से हटाने की बात है, जिस तरह टाटा संस की 24 अक्तूबर की बोर्ड की बैठक के एजेंडे में ऐसा कुछ नहीं था, उसी तरह इसमें भी एजेंडे में ऐसा कुछ नहीं था।’’
टीजीबीएल के बोड में छह स्वतंत्र निदेशकों में से दो ने --डेरियस पेंडोले और अनलजित सिंह -- ने मिस्त्री को हटाये जाने के प्रस्ताव के खिलाफ मत दिया। माना जा रहा है कि इरीना विट्टल अनुपस्थित थे।
टाटा ग्लोबल बेवरेजिज लिमिटेड टीजीबीएल ने कहा है कि हरीश भट्ट, जो कि एक गैर-कार्यकारी निदेशक हैं, उन्हें कंपनी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। भट्ट रतन टाटा के विश्वस्त व्यक्ति हैं। भट्ट को सेवानिवृत्ति के बाद बुलाया गया है।
बहरहाल, मिस्त्री ने वक्तव्य में कहा है, टाटा घराना लगातार कानून के तहत प्रदत्त प्रक्रिया को सम्मान नहीं दे रहे हैं।