नई दिल्ली। 2016 के अंत तक आयकर का कुल बकाया 8.24 लाख करोड़ रुपये था जिसमें से 97.3 प्रतिशत की वसूली मुश्किल है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक कैग की आज संसद में रखी रपटों में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि आयकर बकाया 2014-15 में सात लाख करोड़ रपये था जो 2015-16 में बढक़र 8.24 लाख करोड़ रुपये हो गया। राजस्व विभाग ने संकेत दिया है कि 2015-16 में 97.3 प्रतिशत बकाया को वसूल करना मुश्किल था।
कैग की एक अन्य रपट में कहा गया है कि करीब 1.89 लाख करोड़ रुपये के राजस्व प्रभाव के अप्रत्यक्ष कर मामले विभिन्न स्तरों पर लंबित हैं और यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।
संसद में पेश कैग की रिपोर्ट में 1,88,986 करोड़ रुपये के राजस्व से संबंधित मामले विभिन्न स्तरों पर अटके हैं। इनमें से 92,162 करोड़ रुपये केंद्रीय उत्पाद शुल्क से संबंधित हैं। -(एजेंसी)