जयपुर। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कालेधन और नकली नोटों पर लगाम कसते हुए 500 और 1000 के नोट बंद कर किए। पुराने नोट बंद करने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दो हजार और पांच सौ रूपए के नए नोट जारी किए। इसी कड़ी में रिजर्व बैंक ने एक और कदम उठाया है। आरबीआई ने 100, 50 और 20 के नए नोट जारी करने को फैसला किया है।
मोदी सरकार ने क्यों लिया नोटबंदी का फैसला
अब देश की जनता में सवाल ये है कि पांच सौ और हजार के नोट क्यों बंद किए गए, काला धन जो इन नोटों की शक्ल में मौजूद हैं उनका इस्तेमाल आतंकवाद, नकली नोट और रियल स्टेट जैसी कई जगहों पर किया जा रहा था। सरकार के इस फैसले के बाद उन लोगों की नींद उड़ गयी है, जिनके घरों में लाखों-करोड़ों कैश रखे हैं।
500 और 1000 रुपए के नोट इसलिए बंद किए हैं
-देश में कैश काला धन बेकार हो जाएगा
-रियल एस्टेट क्षेत्र में काले धन का इस्तेमाल रुक जाएगा
-हवाला के जरिए पैसों के लेन देन पर रोक लगेगी
-देशभर में फैल चुके जाली नोट पर रोक लगेगी
-भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में कमी आएगी
-ड्रग्स-हथियार के कारोबार पर रोक लगेगी
-आतंकवाद की फंडिंग पर असर पड़ेगा
बाजार में 500 और 1000 के जाली नोट सबसे ज्यादा
पूरे देश में चल रही करंसी में 500 और 1000 रुपये के नोटों की हिस्सेदारी फिलहाल 86 प्रतिशत है, इन नोटों की कुल कीमत 14 हजार 180 अरब रुपये बनती है। सरकार ये भी कह रही है कि आप किसी के बहकावे में आकर उसके काले धन को सफेद बनाने की कोशिश ना करें। बैंक में हर लेन देने पर नजर रखी जाएगी।
कालेधन पर सरकार की सख्ती काफी वक्त से चल रही है, विदेश और देश में मौजूद कालेधन को वापस लाने के लिए सरकार ने स्कीम भी चलायी, इसके तहत काले धन का खुलासा भी हुआ लेकिन इसका बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ। अब काले धन को बाहर निकालने के लिए मोदी सरकार ने मास्टर स्ट्रोक चला है।
नोटबंदी के ये है बड़े फायदे
1- जाली नोटों का चलन, इस कदम से 100 फीसदी हो जायेगा। इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। इसका असर कुछ हद तक दिखना शुरू भी हो गया है, लेकिन मीडिया और भ्रष्ट नेता इस बात को नहीं समझ रहे हैं। ऐसा लगता है जैसे उन्हें किसी बाहरी ताकत ने घेर रखा है।
2- पैसे की वजह से जो अशांति फैलती थी, वह रुक गयी है। इससे पहले कितनी आतंकी घटनाएँ सुनने को मिलती थी, अब सभी बंद हो गयी हैं। देश के आतंकी, नक्सली और जिहादी ठंढे पड़ चुके हैं।
3- हवाला के जरिये जो पैसा नक्सालियों, आतंकियों और जिहादियों तक पहुँचता था, उसपर लगाम लग गयी है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार उनको पैसा मिलना बंद हो गया है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, इस घोषणा के बाद कश्मीर में शांति का माहौल बरकरार है। अगर एक बार पूरी तरह से आतंकियों को पैसा मिलना बंद हो जाए तो घाटी में फिर से शांति आ सकती है।
4- कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। वहाँ पर फिर से स्कूल खुलने लगे हैं, दुकाने जो कई दिनों से बंद पड़ी थीं, अब शुरू हो चुकी हैं। लोग फिर से खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पत्थारबाजों में भी भारी कमी आयी है।
5- बैंक ने हॉस्पिटल्स के लिए मोबाइल एटीएम शुरू किये हैं, जिससे मरीजों को पैसा निकालने के लिए कहीं और ना जाना पड़े।
6- जन- धन अकाउंट अब पैसे से भरने लगे हैं। सरकार ने यह योजना इसी लिए शुरू की थी कि, लोग बचत करना सीखें और अपने भविष्य के लिए कुछ बचत कर सकें। जब से विमुद्रीकरण हुआ है, लोग अपने अकाउंट में पैसे जमा कर रहे हैं। लोग अब बैंक जाने लगे है। देश में तो कई ऐसे लोग भी हैं जो, इस योजना की वजह से पहली बार बैंक जा रहे हैं। इस योजना से कम से कम वो जागरूक तो हो गए हैं।
7- लोक अदालत में एक दिन में 55 लाख पैसे सम्बन्धी विवादों का निपटारा किया गया है, जो पिछले कई सालों से अटके पड़े हुए थे।
8- स्टेट बैंक ने बताया है कि अब तक देश में 3 लाख करोड़ रूपये बैंक में जमा किये जा चुके हैं। जो एक बहुत बड़ी रकम होती है।
9- सभी बड़े उद्योगपति अपने टैक्स जमा कर रहे हैं, जो पिछले कई सालों से झूठ बोलकर कम टैक्स देते थे। अब वे लोग भी पूरा टैक्स दे रहे हैं। इससे देश का विकास ही होने वाला है।
10- सभी बड़े सुनार अब अपने द्वारा बेचे गए सोने के गहनों का रिकॉर्ड रख रहे हैं और उनकी एंट्री फॉर्म में कर रहे हैं।
11- जिन लोगों ने अपना टैक्स, बिजली बिल, लोन बिल कई सालों से नहीं भरा हुआ था, अब वो भी अपना बिल जमा कर रहे हैं।
12- जितने भी तरीके के टैक्स होते हैं, उनकी चोरी पर लगाम लगी है और चोरी करने वालों के होश उड़ चुके हैं। डर की वजह से वे सभी अपने टैक्स जमा कर रहे हैं।
13- छोटे- छोटे दुकानदार भी अब डिजिटल तरीके से पैसे का लेन देन शुरू कर रहे हैं। जो लोग पहले केवल कैश लिया करते थे, अब वो भी पेटिएम और डिजिटल वैलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।
14- भारत के राजकोषीय घाटे में भी कमी आयी है।
15- देश के सभी बिजनेसमैन अब अपने काले धन को उजागर कर रहे हैं, और टैक्स जमा कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह पिछले टैक्स के साथ ही साथ आगे के टैक्स भी भर रहे हैं। पिछले दिनों ऐसी कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं, जिसमे ऐसे लोग दौडक़र आ रहे हैं और अपनी संम्पति को घोषणा कर रहे हैं और अपना टैक्स भर रहे हैं।
अब 100, 50 और 20 के भी नए नोट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जल्द ही अब 100 रुपए के नए नोट जारी करेगा। इनके नंबरिंग पैनल में कोई इनसेट लेटर नहीं होगा। आरबीआई ने कहा है कि 100 रुपए के पुराने नोट भी बतौर लीगल टेंडर जारी रहेंगे। कुछ दिन पहले 20 और 50 के नए नोट भी जारी करने का ऐलान किया गया था। दूसरी ओर, कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अगले साल मार्च तक बैंकों से 10 लाख प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें लगाने का ऑर्डर दिया है।
आरबीआई ने कहा, 'नए नोट के नंबरिंग पैनल में अंकों का फॉन्ट बढ़ते क्रम में होगा, लेकिन कोई इनसेट लेटर नहीं होगा। गवर्नर उर्जित पटेल के सिग्नेचर होंगे और नोट के पिछले हिस्से में 2016 छपा होगा। बाकी फीचर्स महात्मा गांधी सीरीज-2005 के जैसे ही होंगे।'
100 के जैसे ही 50 रुपए के नए नोट में इसी तरह बिना इनसेट लेटर वाला नया नंबरिंग पैनल होगा। बता दें कि आरबीआई ने 2015 में बढ़ते हुए नंबर पैनल वाले 100 रुपए के हाई सिक्योरिटी वाले नए नोट जारी किए थे। जिनमें ब्लीड लाइनें और बड़ा आइडेंटिफिकेशन मार्क था।
कहा जा रहा है कि नोटबंदी के बाद कैश की परेशानी दूर करने के लिए आरबीआई ने 100, 50 और 20 रुपए के नए नोट जारी करने का फैसला लिया।
आरबीआई 20 और 50 रुपए के भी नोट जारी करेंगा। ये दोनों नोट भी महात्मा गांधी सीरीज-2005 में जैसे ही होंगे और उर्जित पटेल के सिग्नेचर होंगे। लेकिन 20 रुपए के नोट में दोनों नंबरिंग पैनल पर रु लेटर रहेगा और बिना इंटेगलियो प्रिंट के होंगे।