जयपुर। केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री कलराज मिश्र ने राजस्थान की चार खादी संस्थाओं को खादी सुधार एवं विकास कार्यक्रम (केआरडीपी) के तहत् 331.21 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
मिश्र ने कल जयपुर में खादी और ग्रामेद्योग आयोग की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में यह वित्तीय स्वीकृति पत्र का वितरण किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि खादी एक केवल वस्त्र मात्र नहीं है, बल्कि खादी एक स्वदेशी भावना का विचार है। जिस प्रकार देश में योग व आयुर्वेद शुरू से ही स्वदेशी का प्रतीक है, उसी प्रकार खादी की शुरुआत भी स्वदेशी भाव से जुडी हुई है।
उन्होंने खादी के विकास के लिए वर्तमान में एमएसएमई मंत्रालय द्वारा विभिन्न योजनाएं जैसे स्फूर्ति, केआरडीपी, बैंक वित्त आदि चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया। इस योजनाओं के माध्यम से खादी संस्थाओं का अधारभूत संचरना की सुविधा, तकनीकी सुधार प्रशिक्षण, बिक्री केनें के आधुनिकरण एवं कार्यकारी पूंजी के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा सौर चरखे भी खादी के उत्पादन के लिए उपयोग किए जा रहे हैं जिससे निर्मित वस्त्र को सूर्यवस्त्र का नाम दिया गया है, जो हाथ से बने खादी वस्त्रों से तुलनात्मक रूप से सस्ता होगा तथा कतिनों की आए में भी बढ़ोत्तरी होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खादी के बारे में बहुत ही जागरूक है। इस विषय को उन्होंने प्रधानमंत्रीने अपने मन की बात में भी खादी क्षेत्र के कतिन एवं बुनकरों के बारे उनसे सीधी बात कर खादी क्षेत्र के विकास के लिए चिंता व्यक्त की है।खादी संस्थाओं को स्वच्छता अभियान के मद्देनजर अपने आस पास एवं कार्य स्थल पर साफ सफाई एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।