नई दिल्ली। नोटबंदी को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने नोटबंदी को आज महत्वपूर्ण प्रयोग करार दिया। उन्होंने कहा कि वे राहुल न तेा इस फैसले की महत्ता समझते हैं और न ही इस बारे में अध्ययन किया है।
मंत्री ने हैरानी जताई कि प्रधानमंत्री नरें मोदी पर बिना पूरी तैयारी के फैसला करने तथा सम्बद्ध सूचनाएं दूसरों को लीक करने के आरोप एक साथ कैसे लगाए जा सकते हैं।
उन्होंने यहां कहा,‘ मुझे नहीं लगता कि उन्होंने गांधी ने वास्तव में इस पर गौर किया कि सरकार ने क्या काम किया है... इसलिए इसे बिना तैयारी का फैसला बताने जैसी टिप्पणी अपने आप में दिखाती है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मुद्दे का अध्ययन नहीं किया।’
निर्मला ने कहा कि 1000 व 500 रुपए के नोटों को चलन से बाहर करने के कदम से अर्थव्यवस्था को ‘साफ’ करने तथा लेन देन को और अधिक औपचारिक व पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा,‘ इसके अनेक आयाम हैं। यह अपने आप में एक बहुत बड़ा कदम है।’
मंत्री ने कहा कि अगर कोई तैयारी नहीं की होती तो 2000 रुपए का नोट, नोटबंदी के दूसरे दिन ही बाजार में कैसे आ जाता।
उन्होंने कहा,‘ यह देश के अनेक हिस्सों में उपलब्ध है, निसंदेह पर्याप्त मात्रा में नहीं। अगर सरकारी स्तर पर कोई तैयारी नहीं होती तो क्या यह संभव होता।’
निर्मला ने कहा कि यह बिना तैयारी के या अचानक लिया गया फैसला नहीं है।
उन्होंने कहा,‘ वे सब तरह के बयान दे रहे हैं लेकिन इनमें ठोस कुछ भी नहीं है।’
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने सरकार के नोटबंदी के कदम को दुनिया का ‘बिना किसी तैयारी के किया गया सबसे बड़ा वित्तीय प्रयोग’ करार दिया था।