नई दिल्ली। शेयर बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि तिमाही कार्यपरिणामों की घोषणाओं के दौर, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक सीपीआई और थोकबिक्री मूल्य सूचकांक डब्ल्यूपीआई आधारित मुास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े तथा वैश्विक संकेत छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह में शेयर बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे। गुरनानक जयंती के मौके पर सोमवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे।
ट्रेड स्मार्ट ऑन लाईन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा, वैश्विक संकेत, वृहद आर्थिक आंकड़े और दूसरी तिमाही के कंपनियों के कार्यपरिणाम कम कारोबारी सत्र वाले सप्ताह के दौरान शेयर बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे।
इसके अलावा अक्तूबर महीने के लिए थोकबिक्री मूल्य मुास्फीति डब्ल्यूपीआई और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक सीपीआई आधारित मुास्फीति भी शेयर बाजार की दिशा को निर्धारित करेेंगे।
औद्योगिक उत्पादन आंकड़ों पर मंगलवार को शेयर बाजार के खुलने पर उसकी प्रतिक्रिया प्राप्त हो सकती है। विनिर्माण और खनन क्षेत्र के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ साथ पूंजी माल उत्पादन में गिरावट के कारण मुख्यत सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में मामूली 0.7 प्रतिशत की ही वृद्धि देखी गई।
कोटक सिक्योरिटीज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पीसीजी शोध प्रमुख दीपेन शाह ने कहा, ै आगे जाकर अमेरिकी ब्याज दर में वृद्धि और तिमाही कार्यपरिणाम बाजार उत्प्रेरक साबित होंगे जो बाजार पर असर डाल सकते हैं। इनके अलावा अरबिन्दो फार्मा, टाटा मोटर्स और गेल की ओर से सितंबर को समाप्त तिमाही के लिए कार्यपरिणाम भी बाजार पर अपना असर छोड़ेंगे।
सैम्को सिक्योरिटीज के सीईओ जिमीत मोदी ने कहा कि बाजार अनिश्चित दिशा की ओर बढ़ रहा है और जनवरी तक किसी को भी नहीं पता कि अमेरिका के नये राष्ट्रपति आईटी, फार्मा, भारी उद्योग और निर्यातोन्मुख इकाइयों के प्रति क्या नीतियां अपनायेंगे जिन कंपनियों में भारत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। ठीक उसी समय घरेलू मोर्चे पर लोगों के पास धन की कमी अल्पावधि में उपभोक्ताओं के खर्च के तौर तरीके पर फर्क डालेगा। अपने विगत सप्ताहांत के मुकाबले पिछले सप्ताहांत बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 455.33 अंक की गिरावट प्रदर्शित करता 26,818.82 अंक पर बंद हुआ। -एजेंसी