नई दिल्ली। नौ हजार करोड़ का लोन लेकर देश से फरार हुए किंगफिशर ग्रुप के मालिक विजय माल्या ने एक ट्वीट कर कंपनी के बंद होने का कारण बताया है। माल्या ने कहा है कि एयरक्राफ्ट के खराब इंजन कंपनी के पतन का कारण बने। ब्रिटेन में रह रहे विजय माल्या के एक ट्वीट से जांच एजेंसियों में फिर हलचल मच गई है।
माल्या ने ट्वीट कर कहा कि खराब प्रैट ऐंड विट्नी इंजनों के चलते किंगफिशर एयरलाइंस ठप हो गई। माल्या ने ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने इन इंजनों को तैयार करने वाली कंपनी IAI के खिलाफ कंपेनसेशन के लिए मुकदमा भी किया था। उन्होंने कहा कि प्रैट ऐंड विट्नी ग्रुप की कंपनी ने ही किंगफिशर एयरलाइंस के लिए डिफेक्टिव एयरक्राफ्ट इंजनों की सप्लाइ की थी जिस कारण कंपनी बर्बाद हुई।
दरअसल, भारत का उड्डयन निदेशालय ए-320 नियो प्लेन्स में प्रैट ऐंड विट्नी इंजनों की जांच कर रहा है। जिसमे इंडिगो एयरलाइंस और गोएयर जैसी विमानन कंपनियां शुमार हैं जिनके विमानों में यह इंजन लगे हैं, देश में इस वक्त प्रैट ऐंड विट्नी की ओर से तैयार किए गए 21 इंजनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। DGCA ने 21 विमानों में P&W के इंजनों की जांच का ब्योरा मांगा है। जिनमें तकनीकी खराबी आती रही है या ऐसे इंजनन जो करीब 1,000 घंटों तक उड़ान भर चुके हैं।
गौरतलब है कि इन इंजनों में लगातार खराबी होने के मामलों को देखते हुए डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने इन इंजनों की विस्तृत जांच का आदेश दिया था। इन इंजनों में स्लो स्टार्ट-अप समेत कई समस्याएं सामने आ रही हैं।