नई दिल्ली। नये करेंसी नोटों की तंगी झेल रहे बैंकों में आज वेतनभोगियों और पेंशनभोगियों को उस समय निराशा हुई जब उन्हें लंबी प्रतीक्षा के बाद तय सीमा से कम नकदी ही उपलब्ध हो पाई। शाखाओं पर उमड़े खाताधारकों को शांत करने के लिये बैंक अपने पास उपलब्ध नकदी के अनुरूप थोड़ी थोड़ी राशि ही उपलब्ध करा पा रहे हैं।
बैंकों ने हालांकि, एक तारीख को ध्यान में रखते हुये पर्याप्त व्यवस्था किये जाने का दावा किया लेकिन ज्यादातर बैंक शाखाओं में देखा गया कि उनके पास नकदी की तंगी बनी हुई है।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक वरिष्ठ बैंक अधिकारी ने कहा कि बैंकों को नकदी की तंगी के चलते तय सीमा से कम राशि वितरित करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। कुछ बैंक शाखाओं ने प्रति व्यक्ति 5,000 रपये तो कुछ ने 10,000 और 12,000 रपये तक ही अपने ग्राहकों को नकद वितरण किया है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने खाताधारकों को सप्ताह में 24,000 रपये नकद देने की सीमा तय की है। एटीएम आज भी बड़ी संख्या में खाली रहे। नोटबंदी की घोषणा के 24 दिन बाद भी एटीएम में पर्याप्त नकदी नहीं मिल पा रही है।
बैंकों ने हालांकि, 80 प्रतिशत एटीएम को नये नोटों के अनुरूप ढाले जाने का दावा किया है लेकिन इसके बावजूद एटीएम से नकदी नहीं मिल रही है। दूसरी तरफ 2,000 रपये का नोट हाथ में होने के बाद बाजार में खरीदारी नहीं हो पा रही है क्योंकि छोटी मुद्रा उपलब्ध नहीं है।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कल दावा किया था कि वेतन बांटने के लिये विशेष प्रबंध किये जा रहे हैं। बैंकों में अतिरिक्त नकदी भेजी जा रही है। लेकिन जमीन पर स्थिति कुछ अलग ही तस्वीर पेश कर रही है। -एजेंसी