नई दिल्ली। सस्ते मोबाइल कनेक्शन, 4जी इंटरनेट सेवा फ्री देकर धमाका करने वाली कम्यूनिकेशन क्षेत्र की निजी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो अब ऐप बेस्ड कैब सर्विस में कदम रखने जा रही है। मोबाइल कनेक्शन और सस्ती इंटरेनट सेवा प्रोवाइड कराकर प्रतिद्विंद्वी टेलीकॉम कंपनियों की हालत खराब करने वाली रिलायंस कंपनी अब ऐप बेस्ड कैब सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों के लिए खतरा बनकर उभर सकती है।
खासकर उबर और ओला जैसी कंपनियों के लिए रिलायंस जियो के सामने खुद को मार्केट में बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी की कंपनी जियो इस साल के अंत तक ऐप आधारित टैक्सी लॉन्च कर सकती है।
मीडिया ने कंपनी के सूत्रो के हवाले से खबर दी है कि इस पर कंपनी विचार तो बहुत पहले से ही कर रही थी, लेकिन अब इसे पूरी तरह कमर्शियल तरीके से बाजार में उतारने में छह माह का समय लग सकता है।
खबर यह भी है कि रिलायंस जियो अपनी कैब मैन्यूफैक्चिरंग के लिए महिंद्र या हुंडई से एमओयू कर सकती है। कैब क्षेत्र की अन्य स्टे्रटेजी के लिए कंपनी बड़ी कंसल्टेंसी कंपनियों की मदद ले रही है।
अगर रिलायंस ऐप बेस्ड कैब सर्विस में उतरती है तो अन्य कंपनियों के लिए यह बुरी खबर होगी क्योंकि पहले से रिलायंस कम्यूनिकेशन की अधीनस्थ जियो रिलायंस ने अपने ऑफर से प्रतिद्विंद्वी टेलीकॉम कंपनियों में खलबली मचा रखी है।
अपनी मार्केट वेल्य बनाए रखने के लिए इन कंपनियों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। अब अगर जियो कैब सर्विस में उतरती है इस क्षेत्र की अन्य कंपनियों के लिए मुकाबला थोड़ा मुश्किल होगा।