मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं होगा और अधिक से अधिक आर्थिक वृद्धि दर पर 0.15 प्रतिशत असर होगा।
आरबीआई के कार्यकारी निदेशक माइकल पात्रा ने द्विमासिक मौद्रिक नीति के बाद संवाददाताओं से कहा कि नोटबंदी के कारण वृद्धि दर में कमी का जोखिम अस्थाई भाव है।
सरकार ने आठ नवंबर की रात नोटबंदी की घोषणा की जिसके तहत् 1000 व 500 रुपए के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक ने इस वित्त वर्ष में वृद्धि दर अब 7.6 प्रतिशत के बजाय 7.1 प्रतिशत रहने का संशोधित अनुमान लगाया है। पात्रा ने कहा कि अनुमान में इस कमी को नोटबंदी से नहीं जोड़ा जा सकता।