नई दिल्ली। योजना आयोग दौर पर पूरी तरह विराम लगाते हुए नीति आयोग अब 31 मार्च को 12वीं पंचवर्षीय योजना की समाप्ति के बाद एक अप्रैल से तीन वर्षीय कार्ययोजना की शुरुआत करने की तैयारी कर रहा है।
सूत्रों ने बताया कि नए प्रणाली के तहत विभिन्न राज्यों को विभिन्न योजनाओं के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। लक्ष्य हासिल नहीं होने पर राज्यों को मिलने वाले धन प्रवाह के सूखने की संभावना बढ़ जाएगी।
नीति आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि12वीं पंचवर्षीय योजना 31 मार्च को समाप्त हो रही है। तीन वर्षीय कार्ययोजना का इस महीने अनावरण किया जायेगा जो एक अप्रैल से प्रभावी होगी। नई कार्ययोजना के साथ ही मौजूदा प्रणाली भी समाप्त हो जायेगी जिसमें राज्यों में योजनाओं को लागू करने में प्रदेश सरकार की पहल के लिए केन् को काफी प्रतीक्षा करनी पड़ती थी।
नीति आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, अब या तो आपको लक्ष्य पूरा करना होगा अथवा धन प्रवाह सूखने की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।