नई दिल्ली। मेंगलूर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स एमआरपीएल ने मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में अपना सबसे उंचा तिमाही लाभ कमाया है। कंपनी ने विदेशी विनिमय प्रावधान को पलटा है जिससे उसका शुद्ध लाभ उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है।
एमआरपीएल के चेयरमैन दिनेश के सर्राफ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘2016-17 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,942 करोड़ रुपए रहा है। यह एक साल पहले की समान अवधि के 1,362 करोड़ से कहीं अधिक है।’’ सर्राफ ने कहा कि मुनाफा बढऩे की मुख्य वजह उंची रिफाइनरी दक्षता तथा विदेशी विनिमय प्रावधान को पलटना है। कंपनी ने ईरान को पुराने तेल बकाये के लिए जो 1,597 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था जिसे उसने पलटा है।
कंपनी ने कहा कि ईरान से प्रतिबंध हटने के बाद 2016-17 में करीब 2.5 अरब डॉलर के बकाये का भुगतान किया गया है। चौथी तिमाही में कंपनी को प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 8.25 डॉलर की कमाई हुई। एक साल पहले सकल रिफाइनरी मार्जिन 8.24 डॉलर प्रति बैरल था। -(एजेंसी)