नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आज रात में यहां बैठक हुई जिसमें समझा जाता है कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हो रही अघोषित बड़ी राशि पर अतिरिक्त कर लगाने पर विचार किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन माना जा रहा है कि इसमें गत आठ नवंबर को घोषित नोटबंदी के बाद की स्थिति की समीक्षा की गई। नोटबंदी के बाद से लोग बड़ी राशि बैंकों में जमा कर रहे हैं। समझा जाता है कि बैठक में इस बात पर विचार विमर्श किया गया कि जिन खातों में अप्रत्याशित रूप से बड़ी राशि जमा हो रही है उस पर अतिरिक्त कर लगाया जाए।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने कालेधन , कालाबाजारी और आतंकवादियों के वित्त पोषण को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से 500 और एक हजार रुपए के नोटों का प्रचलन नौ नवंबर से बंद कर दिया है। लोगों से पुराने नोटों को अपने बैंक खाते में 30 दिसंबर तक जमा कराने के लिए कहा गया है। बैंकों में पहले 4000 रुपए के पुराने नोट बदलने की छूट दी गई थी जिसे बढाकर 4500 रुपए कर दिया गया था और बाद में उसे कम कर 2000 रुपए कर दिया गया। सरकार ने आज मध्य रात्रि से नोट बदलने की छूट समाप्त कर दी है और अब लोगों को सिर्फ अपने खाते में ही पुराने नोट जमा कराने होंगे।