नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई ने कहा है कि नोटबंदी के बावजूद उसके सहयोगी बैंकों की एसबीआई में विलय की योजना राह पर है। इसमें किसी तरह का विलंब नहीं होगा।
एसबीआई के प्रबंध निदेशक रजनीश कुमार ने यह पूछे जाने पर कि क्या नोटबंदी से सहयोगी बैंकों के विलय की योजना प्रभावित होगी। एसबीआई का पांच सहयोगी बैंकों तथा भारतीय महिला बैंक का विलय 2016-17 के अंत तक पूरा करने की योजना है।
यह पूछे जाने पर कि वह मौद्रिक नीति समीक्षा से क्या उम्मीद कर रहे हैं, कुमार ने कहा कि इसका अभी अनुमान लगाना काफी मुश्किल है, क्योंकि अब मौद्रिक नीति समिति एमपीसी फैसला करती है। सभी 0.25 से 0.50 प्रतिशत कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। यदि कटौती नहीं होती है, तो अधिक हैरानी होगी।
कुमार ने यहां समावेशी वित्त सम्मेलन के मौके पर अलग से बातचीत में कहा कि यदि बढ़ी हुई जमा पर सीआरआर नीचे आती है तो इससे बैंकों को इसका लाभ ग्राहकों को देने में मदद मिलेगी। नोटबंदी पर कुमार ने कहा कि अगले पांच-सात दिन वेतन तथा पेंशन निकालने के लिए बैंकों में अधिक भीड़ रहेगी। इस दौरान पैसा जमा करने वालों की संख्या कम रहेगी।