हैदराबाद। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एस. जयपाल रेड्डी ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी से जीडीपी वृद्धि दर घट जाने का पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अनुमान सच साबित हुआ है।
रेड्डी ने यहां कहा कि उन्होंने संसद में महज छह मिनट बोला था और कहा था कि राष्ट्रीय उत्पाद वृद्धि दर में एक या दो फीसद की गिरावट आएगी।
उन्होंने कहा कि एक फीसद गिरावट का तात्पर्य है कि यदि हम भारत में संपूर्ण तस्वीर देखते हैं तो यह उत्पादन में 1.50 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होगा। परसों जारी सरकारी आंकड़े में कहा गया है कि राष्ट्रीय उत्पादन वृद्धि दर में एक फीसद गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को क्रांतिकारी कदम बताया था और दावा किया था कि लोगों को बस 50 दिनों के लिए मुश्किलें होंगी लेकिन इस फैसले ने करोड़ों लोगों को बड़े शहरों से गांवों की ओर लौटने के लिए बाध्य कर दिया और ‘किसान फसल की बुआई भी नहीं कर सके।’
रेड्डी ने यहां हैदराबाद प्रेस क्लब द्वारा आयोजित ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में कहा कि लेकिन उनकी पार्टी डिजिटल लेन-देन के पक्ष में है।
पूर्व केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में गिरावट का लाभ आम लोगों तक नहीं पहुंचने दिया।
उन्होंने कहा कि चार जून, 2014 को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 105 डॉलर प्रति बैरल था। 27 अप्रैल, 2017 को यह 49 डॉलर पर आ गया। इस लिहाज से 1.20 लाख करोड़ रुपए सलाना का जो अधिशेष हुआ वह किसके लिए था। यह लोगों के लिए नहीं सरकार के लिए था? यह बजट में बड़ी राहत थी लेकिन यह राहत उपभोक्ताओं तक पहुंची ही नहीं।
उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढऩे पर दाम बढ़ा देती है लेकिन अब उसे स्पष्टीकरण देना होगा कि उसे 1.20 लाख करोड़ रुपए की जो राहत मिली, उसका उसने कैसे खर्च किया।