नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज यहां विश्व बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टलिना आई जार्जियेवा से भेंट की और देश में जारी परियोजनाओं के लिए उपलब्ध पूंजी पर चर्चा करते हुये विश्व बैंक से वित्त उपलब्धता बढ़ाने की अपील की।
इस दौरान जेटली ने कहा कि भारत ने अब विश्व बैंक से सिर्फ अंतरराष्ट्रीय बैंक फार रिक्शंट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (आईबीआरडी) के जरिये ही सहायता लेने का निर्णय लिया है। आईबीआरडी से सहायता बढ़ाने की जरूरत बताते हुये उन्होंने कहा कि भारत को अभी 5से 7 अरब डॉलर की सहायता की जरूरत है। इसके साथ ही बड़ी पाइपलाइन परियोजनायें भी संचालित की जा रही है।
उन्होंने विश्व बैंक से मिलने वाले ऋण पर ब्याज में कमी करने की अपील करते हुये कहा कि अवितरित ऋणों पर लगने वाले वादा शुल्क को हटाया जाना चाहिए। नवाचारी वित्त पोषण के विकल्प को तलाशा जाना चाहिए। जार्जियेवा अभी दो दिवसीय भारत यात्रा पर आयी हुयी है। इस बैठक में वित्त मंत्रालय और विश्व बैंक के वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद थे। -(एजेंसी)