नयी दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि वह दलहन और अन्य अनाजों को लंबे समय तक रखने में मदद करने वाली नई प्रौद्यागिकी को प्रोत्साहन देगी। फसल कटाई के बाद करीब 1,00,000 करोड़ रपये के अनाज के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
छोटे उद्योगों की योजनाओं को लागू करने पर प्राथमिकता
सरकार ने कहा कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत भारी सब्सिडी देकर आधुनिक ‘साइलो’ सहित खाद्य भंडारण के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं।
भंडारित उत्पादों के लिए नियंत्रित वातावरण और बेहतर रखरखाव पर वैश्विक सम्मेलन को संबोधित करते हुए खाद्य प्रसंस्करण सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने देश में खाद्य पदार्थो की बर्बादी की समस्या को संबोधित करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल करने की वकालत की।
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उन्होंने कहा, उत्पादन को बढ़ाने के अलावा हमें कटाई के बाद की हानि को नियंत्रित करने और कम करने के लिए कदम उठाना चाहिये। प्रौद्योगिकी की अतुल्यनीय भूमिका को अब सराहा जा रहा है... जहां तक अपने उत्पादन और प्रति..उत्पादों के संरक्षण एवं उनमें सुधार लाने की बात है, प्रौद्योगिकी का लाभ जबर्दस्त है। -एजेंसी
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