नई दिल्ली। बीमा नियामक इरडा ने आग और अन्य आपदा के लिये पॉलिसी कवर में बदलाव का प्रस्ताव किया है। इसका मकसद मकान, कार्यालय, होटल और दुकानों के बीच बीमा का दायरा बढ़ाना है।
प्राकृतिक आपदाओं से इन्हें काफी आर्थिक नुकसान होता है। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण इरडा ने कहा कि देश के उत्तरी भागों में आयी बाढ़ तथा चेन्नई में हुद-हुद चक्रवात से पता चला है कि बीमा नुकसान के मुकाबले आर्थिक नुकसान कहीं अधिक हुआ।
नियामक ने मौजूदा बीमा उत्पाद ढांचा की समीक्षा के लिये समूह गठित करते हुए कहा, ‘‘आग एवं अन्य आपदाओं से खासकर मकान, कार्यालय, होटल, दुकान के साथ सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यमों को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिये बीमा की पहुंच बढ़ाने की जरूरत है।’’
सात सदस्यीय समूह के प्रमुख एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी के अनुराग रस्तोगी होंगे। समूह से 12 सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। समूह आग और विशेष आपदा नीति मानक नीति के तहत मौजूदा उत्पाद ढांचा की समीक्षा करेगा और इसमें बदलाव की गुंजाइश पर गौर करेगा। -(एजेंसी)