नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी वित्तीय दृष्टि से तटस्थ होगा और इससे मुद्रास्फीति का दबाव बना तो भी ज्यादा से ज्यादा 0.20 प्रतिशत तक ही बढ़ेगा। यह अनुमान नोमुरा का है।
जापान की वित्तीय सेवा क्षेत्र की इस कंपनी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जीएसटी के क्रियान्वयन के दौरान आर्थिक वृद्धि पर इसका प्रतिकूल प्रभाव भी असर नकारात्मक होगा।
भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में नोमूरा का निष्कर्ष ऐसे समय आया है जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष आईएमएफ ने देश की सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है।
इस बीच, केंद्र ने ज्यादातर छोटे करदाताओं का नियंत्रण राज्यों के पास रहने की सहमति दे दी है, लेकिन जीएसटी को लागू करने की तारीख को आगे बढ़ाकर एक जुलाई कर दिया गया है। जीएसटी को लागू करने की नई समयसीमा पर रिपोर्ट मेंं कहा गया है कि यह हमारे इस अनुमान के अनुरूप है कि जीएसटी को अप्रैल से सितंबर, 2017 के बीच लागू किया जाएगा। -भाषा